परफॉर्मेंस बढ़ाना चाहते हैं तो डिवाइस में पहले से मौजूद ब्लॉटवेयर ऐप्स को अनइंस्टॉल कर देना चाहिए। आप चाहें तो ऐसे ऐप्स को डिसेबल भी कर सकते हैं। ब्लॉटवेयर फोन की बहुत स्टोरेज को घेरते हैं और इसका सीधा असर परफॉर्मेंस पर पड़ता है। इसके अलावा कुछ और ध्यान रखने वाली चीजें है जो फोन की स्पीड को कम कर देती हैं।
पीसी या लैपटॉप जब धीरे काम करने लग जाता है तो उसे झट से रिफ्रेश कर लेते हैं। लेकिन, जब आपका स्मार्टफोन या टैबलेट धीरे काम करने शुरू कर दे तो आपको उन्हें भी रिफ्रेश कर लेना चाहिए।
अगर आप फोन और टैबलेट को रिफ्रेश करने का तरीका नहीं जानते हैं तो यहां यही बताने वाले हैं। ये काम करते ही फोन और टैबलेट दोनों की ही परफॉर्मेंस काफी हद तक बूस्ट हो जाएगी।
फालतू ऐप्स को करें डिलीट
स्मार्टफोन में कई ऐसे ऐप होते हैं, जिनका हमें काम नहीं होता है या फिर जभी यूज में आते हैं तो ऐसे ऐप्स को डिलीट कर देना चाहिए। ऐसा करने से आप देखेंगे कि फोन का परफॉर्मेंस पहले से बूस्ट हो गया है। डिवाइस के परफॉर्मेंस में ऐप्स की अहम की भूमिका होती है और एक ही ऐप बहुत सारी स्टोरेज घेरकर रखता है। इसलिए डिवाइस में जितने कम ऐप होंगे वह उतना ही फास्ट काम करेगा।
अपडेट्स ऐप और ऑपरेटिंग सिस्टम
अगर चाहते हैं कि फोन के परफॉर्मेंस में कोई दिक्कत न आए तो उसमें मौजूद ऐप्स को नियमित तौर पर अपडेट करते रहें। साथ में डिवाइस को हमेशा लेटेस्ट ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ ही इस्तेमाल करें। ऐसा करने से फोन तो फास्ट स्पीड में काम करता ही है। इसके अलावा बग्स आने के चांस भी बहुत कम हो जाते हैं।
ब्लॉटवेयर ऐप्स को करें अनइंस्टॉल
परफॉर्मेंस बढ़ाना चाहते हैं तो डिवाइस पहले से मौजूद ब्लॉटवेयर ऐप्स को अनइंस्टॉल कर देना चाहिए। आप चाहें तो ऐसे ऐप्स को डिसेबल भी कर सकते हैं। ब्लॉटवेयर फोन की बहुत स्टोरेज को घेरते हैं और इसका सीधा असर परफॉर्मेंस पर पड़ता है। परफॉर्मेंस को ऑप्टिमाइज करने के लिए आपको ये काम जरूर कर लेना चाहिए।