जनपद आजमगढ़ में,पत्नी गिरफ्तार पति की हत्या के मामले में।मालूम होकि जनपद आजमगढ़ के पवई थाना क्षेत्र के करौंजा ग्राम से बरामद हुए, शव मामले का पर्दाफाश करते हुए। पुलिस ने मृतक की पत्नी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में, मृतका की पत्नी ने बताया कि उन लोगों ने प्रेम विवाह किया था। उसका पति किसी अन्य लड़की से बातचीत करता था। अभियुक्ता ने यह भी बताया कि उसका पति भी उस पर शक करता था कि मैं, किसी से बात करती हूं। जिसको लेकर हुए, विवाद के बाद घटना घटित हुई।बता दें कि 23 अप्रैल को ग्राम करौंजा में, एक अज्ञात शव बरामद हुआ था। 25 अप्रैल को सच्चिदानन्द यादव पुत्र स्व0 धनपति यादव नि0 ग्रा0 रानीपुर थाना मुबारकपुर ने उक्तउक्त शव की शिनाख्त अपने पुत्र पवन यादव उर्फ मोनू के रुप में, किया। 26 अप्रैल को सच्चिदानन्द यादव ने थाना में, तहरीर देकर बताया कि उसके मृतक पुत्र पवन यादव उर्फ मोनू ने पूजा यादव पुत्री जयप्रकाश यादव उर्फ राधे निवासी ग्राम करौंजा थाना पवई के साथ प्रेम विवाह किया था। और दोनों किराये के मकान में, साथ रहते थे। कुछ दिन पहले दोनों के बीच विवाद हो गया था। जिसमें मृतक की पत्नी ने पवन को ठिकाने लगवाने की धमकी दी थी। पुलिस ने मामले में, अंगद यादव पुत्र जयप्रकाश यादव, जयप्रकाश उर्फ राधे पुत्र स्व0 सुमेर यादव, पूजा यादव पुत्री जयप्रकाश समस्त निवासी ग्राम करौजा थाना के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विवेचना प्रारम्भ कर दी। बीते दिन 30 अप्रैल को थानाध्यक्ष पवई अनिल कुमार सिंह अपने हमराहियों संग जाकर अभियुक्ता पूजा यादव करौजा पुलिया से समय करीब 05.30 बजे गिरफ्तार किया गया। अभियुक्ता की निशानदेही पर उसके घर से घटना में, प्रयुक्त 1 डण्डा बरामद कर लिया। पूछताछ में, अभियुक्ता पूजा यादव ने बताया कि उसने मृतक के साथ में, प्रेम विवाह किया था। दोनों का 01 वर्ष का एक लड़का है। इसी बीच मृतक किसी अन्य लड़की से बात करने लगा। इसी विवाद के चलते वह जनवरी में, मायके चली गयी। और वहीं रहने लगी,लगातार मायके रहने के कारण मृतक पवन को उस पर संदेह हुआ कि वह किसी अन्य लड़के से बात करती है। 21 अप्रैल की रात पति पवन कुमार यादव करौजा गया था। और उसने पूजा को फोन से बात करते देखा। और फोन छीन कर गाली गलौज करने लगा। पूजा के भाई ने बीच बचाव कर छुड़ाया। पवन उसको छोड़कर उसके भाई को घसीट कर खडन्जे की तरफ ले जाने लगा। इस दौरान पीछे से मैंने डण्डा लेकर पति पवन के सिर पर प्रहार कर दिया। जिससे वह लड़खड़ा कर गिर गया। उसके भाई अंगद ने डण्डे से पवन के सिर व शरीर पर कई वार कर दिये। जिससे उसकी मौत हो गयी। इसके बाद पवन के शव को कुए में, फेंक दिया। और ऊपर से गेहूँ का डण्ठल फेंक दिया था।