नई दिल्ली। International Labour Day 2024: हर साल 01 मई को अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस (International Labour Day) की तरह मनाया जाता है। इस दिन को मई दिवस, कामगार दिवस, श्रम दिवस और श्रमिक दिवस जैसे नामों से भी जाना जाता है। दुनियाभर में इस दिन को मनाने के पीछे एक बेहद खास उद्देश्य है। इसी कारण इस दिन को हर साल मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य है श्रमिकों को उनके योगदान के लिए सराहना देना और लोग इनकी परिस्थिति और समस्याओं के प्रति जागरूक और संवेदनशील बनाने की कोशिश करना। आइए जानते हैं इस साल अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस की थीम क्या है और साथ ही, जानेंगे कि आखिरकार इस दिन को मनाने की शुरुआत कैसे हुई।
क्या है इस साल की थीम?
हर साल अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस की एक खास थीम चुनी जाती है। इस साल की थीम है ensuring workplace safety and health amidst climate change, यानी जलवायु परिवर्तन के बीच काम की जगह पर श्रमिकों के स्वास्थय और सुरक्षा को सुनिश्चित करना। इस थीम के जरिए श्रमिकों के स्वास्थय और सुरक्षा को महत्व देने पर जोर दिया जाएगा।
अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाने का उद्देश्य
इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य देश के निर्माण में श्रमिकों के योगदान को याद करना और सम्मानित करना है। इस दिन श्रमिकों के संघर्षों को याद किया जाता है और उनके काम की सराहना की जाती है। साथ ही, इस दिन को मनाने के पीछे का एक उद्देश्य मजदूरों के अधिकारों की रक्षा करना और इसके प्रति उन्हें जागरूक करना भी है।
भारत में अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाने की शुरुआत
भारत में मजदूर दिवस को मनाने की शुरुआत 1923 में सबसे पहले चेन्नई में हुई थी, जिसे वामपंथियों ने शुरू किया था। इसके बाद देश के कई मजदूर संगठनों ने इस दिन को मनाने की शुरुआत की। भारत में यह दिन हर साल 01 मई को मनाया जाता है। इस दिन पब्लिक हॉलीडे भी होता है।