नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव प्रचार में राहुल और सोनिया गांधी पर हमला करने से एक कदम आगे बढ़ते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मध्य प्रदेश के मुरैना में गुरुवार को हुई सभा में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का भी नाम लिया। पीएम ने कहा कि आज से 40 साल पहले देश के साथ बड़ा पाप हुआ था जिसे मैं पहली बार आप सभी को बताना चाहता हूं।

पीएम ने कहा कि जिस विरासत टैक्स कानून को कांग्रेस वापस लाना चाहती है, उस कानून को खुद राजीव गांधी ने वर्ष 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद इसलिए हटा दिया था ताकि वह अपनी मां की संपत्ति पर हक जता सकें। मोदी ने आगे कहा कि जब खुद पर आई तो कानून हटा दिया था और अब वही विरासत टैक्स कानून वापस लाने को कह रहे हैं जिससे स्त्रीधन जैसे मंगलसूत्र, गहने और जमा पूंजी को मध्यमवर्गीय परिवारों से छीनकर अपने पसंदीदा वोट बैंक में बांट सके।

रातों-रात मुस्लिमों को दिया ओबीसी का दर्जा

35 मिनट तक धाराप्रवाह बोलते हुए पीएम के भाषण का अधिकांश भाग कांग्रेस की मुस्लिम परस्त नीतियों पर ही केंद्रित रहा। कहा कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने मुस्लिमों को रातों-रात ओबीसी का दर्जा दे दिया। यदि वह केंद्र की सत्ता में आए तो हमारे ओबीसी भाइयों के आरक्षण का हक छीनकर भी उन्हें दे देंगे। एक तरफ पीएम ने कांग्रेस की धर्म के आधार पर तुष्टीकरण के चलते घेराबंदी की तो दूसरी तरफ भाजपा की 'सबका साथ-सबका विकास' की नीति के बारे में बताते हुए कहा कि पीएम आवास योजना, पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना में बिना हिंदू-मुस्लिम देखे सभी को इसका लाभ दिया गया।

मोदी ने बताया कि किस तरह कांग्रेस आरक्षण, गरीब कल्याण की योजनाओं और देश के संसाधनों पर पहला अधिकार हमेशा मुसलमानों का मानती रही है।मुझे गाली पड़े तो भी शांत रहें : पीएम ने इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर होने वाली छींटाकशी का जिक्र करते हुए कहा कि यह नाम वालों (नामदार) और काम वालों (कामदार) के बीच की लड़ाई है। गांधी परिवार के शहजादे को मोदी के लिए बुरा बोलने में मजा आता है। हम कामदार हैं, हमें बहुत काम करना है इसलिए कोई जब मुझे किसी मीडिया प्लेटफार्म पर गाली दे तो तो आप उसका जवाब देने में समय बर्बाद न करें।