आम को फलों का राजा कहा जाता है जो लगभग हर किसी का फेवरेट होता है लेकिन यह फल डायबिटीज मरीजों के लिए कितना फायदेमंद होता है इसे लेकर लोगों को कम जानकारी है। इस संबंध में हमने कुछ हेल्थ एक्सपर्ट्स से बात की जिनका कहना है कि डायबिटीज मरीज भी आम खा सकते हैं लेकिन इस बात का रखें खास ध्यान....जान लें यहां इसके बारे में।
गर्मियों में मिलने वाला आम न सिर्फ लोगों का फेवरेट फ्रूट है, बल्कि यह कई तरह के पोषक तत्वों से भी भरपूर होता है। आम में फाइबर, विटामिन और मिनरल्स भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। साथ ही चीनी का लेवल भी काफी हाई होता है, लेकिन वहीं इसमें कार्ब्स का लेवल कम होता है। डॉक्टर्स की मानें तो जिनका ब्लड शुगर कंट्रोल में है, वे लोग आम का सेवन कर सकते हैं।
सुषमा पी एस, जिंदल नेचरक्योर इंस्टीट्यूट की मुख्य डायटिशियन का कहना है कि, 'अपनी डाइट में आम को शामिल करते समय डायबिटीज मरीजों को कितना आम खाना चाहिए इसका ध्यान रखना चाहिए। लगभग आधा से एक कप कटा हुआ आम खाना सही है, लेकिन इसके साथ ही साथ ब्लड शुगर लेवल की भी जांच करें जिससे यह पता चल सके कि आम खाने से ब्लड शुगर पर क्या प्रभाव पड़ा है। प्रोटीन या हेल्दी फैट के साथ आम खाने पर यह शुगर के अवशोषण को धीमा करके ब्लड शुगर को बढ़ने से रोकता है।'
ज्योति गुप्ता, डाइटिशियन का कहना है कि, आम का गलाइसेमिक इंडेक्स (GI) यानि शर्करा स्तर 51 होता है इसलिए इसे खाया जा सकता है। फलों की मिठास उनमें फ्रुक्टोज़ में मौजूद मिठास के कारण होती है और फ्रुक्टोज ब्लड का शुगर लेवल नहीं बढ़ाते। आम में कार्ब्स, प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, विटामिन ए, के, ब6, ब12 और भी कई सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं। आम को डाइबिटीज के मरीज सीमित मात्रा में, नाश्ते व लंच में खा सकते हैं। इसमें कोई दिक्कत नहीं। हां इस बात का खास ध्यान रखें कि आम के साथ कोई हाई कार्ब्स वाली चीज़ें ना खाएं, जैसे आलू, अनाज, तला-भुना खाना। इसके साथ ही आम के जूस व शेक से भी बचें।
एक्सपर्ट्स के हिसाब से डायबिटीज मरीज आम का आनंद ले सकते हैं, लेकिन इसकी मात्रा का ध्यान रखकर। इससे ब्लड शुगर बढ़ने की प्रॉब्लम नहीं होती।