आंध्र प्रदेश पुलिस ने इंजीनियरिंग कॉलेज की 17 वर्षीय छात्रा की आत्महत्या के मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। छात्रा ने सुसाइड नोट में कॉलेज के शिक्षकों पर यौन उत्पीड़न करने और आपत्तिजनक तस्वीरें इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट करने की धमकी देने का आरोप लगाया था।मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने प्रदेश सरकार और राज्य के डीजीपी को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।

पांच लोगों को किया गिरफ्तार

रिपोर्ट में जांच की स्थिति बताने के भी निर्देश दिए गए हैं। विशाखापत्तनम उत्तर सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) बी. सुनील ने बताया कि चैतन्य पॉलिटेक्निक कॉलेज से पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

इनमें रसायन विज्ञान प्रयोगशाला का तकनीशियन एन. शंकर राव, कॉलेज प्रबंधन प्रमुख शंकर वर्मा, प्राचार्य जी. भानु प्रवीन, छात्रावास वार्डन वी. उषा रानी और उसका पति वी. प्रदीप कुमार शामिल हैं। उन्होंने बताया कि प्राथमिक जांच में सामने आया कि राव ने छात्रा का यौन उत्पीड़न किया था।

छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न करने का आरोप

हालांकि, उसने अपना जुर्म नहीं कबूला है। लेकिन, कॉलेज की सभी लड़कियों और छात्रा की खास मित्र ने भी उस पर शक जताया है। इससे पहले, आंध्र प्रदेश की तकनीकी शिक्षा निदेशक सी. नागरानी ने कहा कि घटना की जांच के लिए समिति बनाई गई है। मामले में गहन पूछताछ की जा रही है।