Tata Motors की ओर से हैचबैक सेडान एसयूवी और इलेक्ट्रिक सेगमेंट में कई तरह के विकल्प ऑफर किए जाते हैं। कंपनी ने हाल में ही नया मुकाम हासिल किया है। टाटा मोटर्स ने गुजरात के साणंद प्लांट में 10 लाखवीं कार का उत्पादन करके यह उपलब्धि हासिल है। टाटा मोटर्स के इस प्लांट की क्या खासियत है। आइए जानते हैं।
देश की प्रमुख कार निर्माता Tata Motors ने घोषणा की है कि कंपनी ने 10 लाख कार बनाने का लक्ष्य पूरा कर लिया है। कंपनी ने गुजरात के साणंद प्लांट से हाल में ही 10 लाखवीं कार का उत्पादन किया है। कंपनी ने 14 साल पहले साल 2010 में इस प्लांट से उत्पादन को शुरू किया था। टाटा मोटर्स के इस प्लांट में कंपनी कई कारों का उत्पादन करती है।
अधिकारियों ने कही यह बात
नया मुकाम हासिल करने के बाद टाटा मोटर्स के पैसेंजर मोबिलिटी के एमडी शैलेष चंद्रा ने बताया कि हमें साणंद प्लांट से 10 लाखवीं कार का उत्पादन करते हुए काफी गर्व महसूस हो रहा है। इस प्लांट के जरिए बाजार की जरूरत को पूरा किया गया है और यह हमारी तरक्की को भी बढ़ाने में अहम रहा है। यह उपलब्धि हमारे निर्धारित उच्च मानक और ग्राहकों के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
होता है इन कारों का उत्पादन
टाटा मोटर्स गुजरात के साणंद प्लांट में कई तरह की कारों का उत्पादन करती है। कंपनी इस प्लांट में टियागो, टिगोर, टिगोर एएमटी, टिगोर सीएनजी, टियागो ईवी, टिगोर ईवी और एक्सप्रेस-टी ईवी का उत्पादन करती है। कंपनी का साणंद प्लांट 1100 एकड़ में बना हुआ है। जिसमें 359 एकड़ का वेंडर पार्क भी शामिल है। इस प्लांट में करीब छह हजार कर्मचारी काम करते हैं और इसमें प्रेस लाइन, वेल्ड शॉप, पेंट शॉप, असेंबली लाइन के साथ ही पावरट्रेन शॉप भी बनी हुई है। इस प्लांट से कंपनी का कुल 20 फीसदी कार प्रोडक्शन होता है।