ट्विटर के पूर्व सीईओ पराग अग्रवाल (Parag Agarwal) की वजह से एलन मस्क की मुसीबतें बढ़ती नजर आ रही हैं। दरअसल एलन मस्क के खिलाफ पराग अग्रवाल (Parag Agarwal) सहित चार पूर्व शीर्ष अधिकारियों ने केस किया है। दरअसल यह पूरा मामला साल 2022 में ट्विटर अधिग्रहण से जुड़ा है। मस्क ने ट्विटर का मालिक बनने के साथ ही कई अधिकारियों को कंपनी से बाहर कर दिया था।
ट्विटर के पूर्व सीईओ पराग अग्रवाल (Parag Agarwal) की वजह से एलन मस्क की मुसीबतें बढ़ती नजर आ रही हैं। दरअसल, एलन मस्क के खिलाफ पराग अग्रवाल (Parag Agarwal) सहित चार पूर्व शीर्ष अधिकारियों ने 128 मिलियन डॉलर से ज्यादा का केस किया है।
मस्क के खिलाफ केस करने वाले लोगों में ट्विटर के पूर्व चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर नेड सेगल, पूर्व लीगल चीफ ऑफिसर विजया गड्डे (Vijaya Gadde), और पूर्व जनरल काउंसिल सीन एडगेट के नाम हैं।
क्यों दर्ज हुआ मस्क पर मुकदमा
मस्क पर केस करने के पीछे उन पर पूर्व अधिकारियों को बिना किसी कारण कंपनी से बाहर निकाल दिए जाने के आरोप लगे हैं। मस्क को लेकर कहा गया है कि उन पर 128 मिलियन अमेरिकी डॉलर का भुगतान बकाया है।
साल 2022 में मस्क ने किया था ट्विटर का अधिग्रहण
दरअसल, 44 बिलियन अमेरिकी डॉलर का भुगतान करने के बाद मस्क ने कंपनी के मुख्य कार्यकारी पराग अग्रवाल को बर्खास्त कर दिया था और ट्वटिर का अधिग्रहण कर लिया था।
पराग के साथ कई दूसरे अधिकारियों को कंपनी से बाहर किया गया था। बाद में मस्क ने प्लेटफॉर्म का नाम बदल कर एक्स (X Handle) कर दिया था।
कैलिफोर्निया के उत्तरी जिले के लिए अमेरिकी जिला न्यायालय में दर्ज किया गया है। द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस पद के लिए अग्रवाल के प्रस्ताव पत्र में कहा गया था कि उन्हें 12.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर के शेयरों के अलावा 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर का वार्षिक वेतन मिलेगा।
मस्क को देने होंगे पूर्व अधिकारियों के पैसे
ट्विटर सिक्योरिटीज फाइलिंग के अनुसार, अग्रवाल टर्मिनेशन के मामले में 60 मिलियन अमेरिकी डॉलर के तथाकथित गोल्डन पैराशूट भुगतान के हकदार थे।
दस्तावेज के अनुसार, समान परिस्थितियों में सेगल को USD46 मिलियन और गैड्डे को USD21 मिलियन प्राप्त होंगे।