सदियों से स्किन केयर के लिए आयुर्वेद में उबटन का इस्तेमाल होता आया है। त्वचा को प्राकृतिक निखार देने का उबटन का इस्तेमाल किया जाता है। शादियों में भी उबटन के इस्तेमाल को खास महत्व दिया जाता है। इसलिए दुल्हन और दूल्हे को शादी से पहले उबटन लगाने की रस्म की जाती है। जाने चेहरे पर उबटन लगाने के फायदे।
डेड स्किन सेल्स हटाने में मददगार
उबटन में बेसन मिलाया जाता है, जो स्किन पर इकट्ठा डेड स्किन सेल्स को साफ करने में कारगर होता है। बेसन नेचुरल स्किन एक्सफोलिएंट का काम करता है। डेड स्किन सेल्स की वजह न केवल त्वचा बेजान और डल नजर आती है बल्कि, यह पोर्स में इकट्ठा होकर, उन्हें क्लॉग भी कर सकते हैं। इसलिए उबटन की मदद से इन्हें हटाने में काफी मदद मिलती है, जिससे त्वचा का खोया हुआ ग्लो वापस आ सकता है। उबटन में दही, शहद या दूध का इस्तेमाल किया जाता है, जो स्किन को मॉइस्चराइज करते हैं। इसके इस्तेमाल से स्किन रूखी और खिंची-खिंती नजर नहीं आती है और त्वचा की नमी बरकरार रहती है।
स्किन ब्राइटनिंग में मददगार
उबटन में हल्दी, चंदन और केसर का इस्तेमाल किया जाता है, जो त्वचा की रंगत को निखारने में मददगार होते हैं। इसलिए टैनिंग या हाइपरपिग्मेंटेशन की समस्या को दूर करने में उबटन बेहदर कारगर साबित हो सकता है।
एक्ने की समस्या को कम करता है
उबटन में हल्दी मिलाई जाती है, जो एंटी-बैक्टीरियल होती है। यह एक्ने की समस्या से बचने में मदद करती है। एक्ने की वजह बनने वाले बैक्टीरिया को खत्म कर, हल्दी मुहासों की परेशानी दूर कर, इसकी वजह से होने वाले दाग-धब्बों से भी बचाने में मदद करती है।
एंटी-एजिंग होता है
एजिंग की वजह से चेहरे पर नजर आने वाले फाइन लाइन्स और झुर्रियों की समस्या को कम करने में भी उबटन काफी मददगार है। उबटन में हल्दी मिलाए जाने की वजह से यह एंटी-एजिंग गुणों से भरपूर होती है। हल्दी में एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो एजिंग के लक्षणों को कम करने में मदद करती है।