नई दिल्ली। प्रधानत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर बातचीत की। पीएम मोदी बुधवार को संयुक्त अरब अमीरात की दो दिवसीय यात्रा पूरी करने के बाद बुधवार रात कतर की राजधानी पहुंचे थे। कतर पहुंचते ही पीएम मोदी ने कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी से मुलाकात की। अब्दुलरहमान कतर के विदेश मंत्री भी हैं।

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भारत और कतर के बीच द्विपक्षीय सहयोग

पीएम मोदी और शेख मोहम्मद ने व्यापार, निवेश, ऊर्जा, वित्त और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की। कतर पीएम ने कहा कि हमने पीएम मोदी के साथ पश्चिम एशिया में हालिया क्षेत्रीय विकास पर चर्चा की और शांति तथा स्थिरता बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया। बैठक के बाद कतर के प्रधानमंत्री और पीएम मोदी ने साथ में डिनर भी किया।

मुस्लिम देशों से भारत की दोस्ती

बुधवार को अबू-धाबी में पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन करने से पहले अमीरात और भारत के बीच 10 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। पीएम मोदी ने अबू-धाबी में हिंदू मंदिर का उद्घाटन कर दोनों देशों के बीच दोस्ती को मजबूती दे दी है। अपनी दो दिवसीय यात्रा पूरी करने के बाद पीएम मोदी के कतर जाने से भारत और कतर के बीच भी रिश्ते प्रगाड़ हुए हैं।

पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों की रिहाई

हाल ही में कतर ने आठ पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों को रिहा किया था, जिन्हें अगस्त 2022 में गिरफ्तार के बाद मौत की सजा सुनाई गई थी। लेकिन अभी तक कतर और भारत ने इन अधिकारियों पर लगे आरोपों को सार्वजनिक नहीं किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कतर यात्रा वहां से भारतीयों को रिहा करने के कुछ दिनों बाद हुई है। नौसेना कर्मियों को 26 अक्टूबर को कतर न्यायालय द्वारा मौत की सजा दी गई थी। खाड़ी देश में अपील अदालत ने 28 दिसंबर को मृत्युदंड को कम कर दिया था और उन्हें अलग-अलग अवधि के लिए जेल की सजा सुनाई थी। पीएम मोदी ने दिसंबर 2023 में दुबई में COP28 शिखर सम्मेलन के मौके पर कतर के पीएम से मुलाकात की थी।

पीएम मोदी की कतर यात्रा

बता दें कि भारत और कतर के बीच व्यापार और ऊर्जा संबंध बढ़ रहे हैं। कतर भारत के लिए एलएनजी का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है। पिछले कुछ वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों में भारत-कतर के सहयोग लगातार बढ़ते रहे हैं। पीएम मोदी ने जून 2016 में दोहा की अपनी पहली यात्रा की थी। इस यात्रा ने दोनों पक्षों को उच्चतम स्तर पर जुड़ने और द्विपक्षीय संबंधों को नई गति प्रदान करने का अवसर प्रदान किया।