नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शुक्रवार को सदस्यों को कोई मुद्दा उठाते समय किसी विशेष संस्था या संगठन का नाम लेने के प्रति आगाह किया। उन्होंने कहा सांसदों को केवल नीतिगत मामलों पर चर्चा करनी चाहिए। यह मामला तब सामने आया जब उत्तर प्रदेश से बसपा सांसद रितेश पांडे ने एक मेडिकल कॉलेज और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए मान्यता के लिए इसके आवेदन का मुद्दा उठाया।

किसी का नाम लेना सही नहीं

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि मैं सभी से अपील करता हूं कि कोई भी कोई भी मुद्दा उठाते समय किसी मेडिकल कॉलेज या किसी संगठन का नाम न लें। यदि आप इसे उठाएंगे तो इसका संसदीय प्रक्रियाओं पर दीर्घकालिक प्रभाव पड़ेगा। यदि आप कोई नीतिगत मुद्दा उठाते हैं तो यह बिल्कुल ठीक है। लेकिन किसी का नाम लेना सही नहीं है।

देश में बढ़ी मेडिकल कॉलेजों की संख्या

केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल ने कहा कि राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग किसी भी मेडिकल कॉलेज में किसी भी चिकित्सा पाठ्यक्रम को मान्यता देने पर स्वतंत्र रूप से निर्णय लेता है। उन्होंने कहा कि 2014 में मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद मेडिकल कॉलेज की संख्या 350 से बढ़कर 700 हो गई है।