वर्तमान समय में मोबाइल की दुनिया पूरी तरह बदल चुकी है। लेकिन एक समय हुआ करता था जब फोन को चार्ज होने में 10 घंटे का समय लगता था और उसे मात्र 6 घंटे ही इस्तेमाल किया जाता था। इसका आकार ईंट के जितना हुआ करता था। यहां दुनिया के पहले फोन से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें बताने वाले हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में।

मोबाइल आज हमारी लाइफ का एक जरूरी पार्ट बन गया है। वर्तमान समय में ज्यादातर काम इसी के जरिये होते हैं। लेकिन एक समय था, जब मोबाइल की पहली बार एंट्री हुई थी और इसे चार्ज होने में घंटों का समय लगता है। आज हम आपको दुनिया के पहले फोन के बारे में कुछ दिलचस्प बातें बताने वाले हैं।

कब आया था पहला फोन

दुनिया का पहला फोन 3 अप्रेल 1973 को लाया गया था, इसे डॉक्टर मार्टिन कूपर ने पेश किया था। उस समय इस फोन को चार्ज होने में तकरीबन 10 घंटे का वक्त लगता था। वर्तमान समय में जो फोन आते हैं, उनसे बिलकुल अलग इसका डिजाइन हुआ करता था और इसका वजन भी काफी ज्यादा था।

दिलचस्प है कि इस मोबाइल में उस समय कोई भी डिस्प्ले नहीं दी गई थी, इसमें सिर्फ बटन ही दिए गए थे।

कमर्शियल होने में लगा 10 साल का समय

आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इस फोन को कमर्शियल तरीके से लाने में पूरे 10 साल का समय लगा था और इसे पूरी तरह हाथ से ही तैयार किया गया था। फोन को बनाने में किसी भी तरह मशीन का इस्तेमाल नहीं किया गया था। Motorola DynaTac 8000x नाम के इस फोन से बात करने के लिए हर महीने करीब 4,000 रुपये खर्च करने पड़ते हैं।

Motorola DynaTac 8000x के स्पेसिफिकेशन

  • दुनिया के पहले फोन का वजन 784 ग्राम था।
  • इसमें 30 कॉन्टेक्ट सेव कर सकते थे।
  • मोटोरोला के इस फोन में वेंडर नाम का ऑपरेटिंग सिस्टम दिया गया था।
  • इसमें मिनी सिम कार्ड डाल सकते थे।