बाड़मेर | धोरीमन्ना उपखण्ड के भलीसर क्षेत्र में इन दिनों आवारा श्वानों का आतंक है।इन श्वानों का शिकार सबसे ज्यादा राज्य पशु चिंकारा (हिरण) का हो रहा है। क्षेत्र में आए दिन हिरण श्वानों के चंगुल में फंस रहे हैं। पिछले दो दिन में 5 हिरण श्वानों के चंगुल में फंस गए। स्टेट अवार्डी शिक्षक व पर्यावरण प्रेमी जगदीश प्रसाद विश्नोई ने बताया कि शुक्रवार अलसुबह भलीसर गांव के गोदारों की ढाणी की सरहद में जंगली श्वानों के झुंड ने हिरणों का पिछा कर चौतरफा घेर लिया।श्वानों ने दो हिरणों को अपने चंगुल में ले लिया तो हिरण की चीत्कार सुनकर तीन सगे भाई अशोक,सुरेश व बुधराम गोदारा दौङकर मौके पर पहूंचे।इनको देखकर श्वानों ने हिरणों को मुंह में दबोचकर खींचने लगे।
इस पर तीनों भाई लट्ठ लेकर श्वानों के पीछे भागे तो श्वान हरिणों को छोङकर भाग गये नजदीक जाकर देखा तो हरिण घायल थे शरीर से खून बह रहा था तुरंत पर्यावरण प्रेमी स्टेट अवार्डी शिक्षक जगदीश प्रसाद विश्नोई से फोन पर बात कर वन विभाग धोरीमन्ना से संपर्क किया वन विभाग की गाड़ी पहूंची तब तक प्राथमिक उपचार के द्वारा खून बह रहे स्थान पर कपङा बांधकर खून रोकने की कोशिश की गई फिर गाङी आने पर साथ जाकर वन विभाग को सुपुर्द किया लेकिन ज्यादा खून बहने के कारण एक हिरण ने रास्ते में दम तोड़ दिया तो उसको वापस गांव में लाकर सामाजिक रीति रिवाज से अंतिम संस्कार किया गया और दूसरे हिरण का साथ रहकर चिकित्सक से इलाज करवाकर वन विभाग कर्मियों को सुपुर्द कर महानता का परिचय दिया। यह जानकारी धनराज शर्मा ने दी।