प्रज्ञा गोयल का कहना है कि सब्सिडी कभी भी लॉन्ग टर्म सॉल्यूशन नहीं हो सकता। अगर किसी इंडस्ट्री को तरक्की करनी है तो उसमे हमे रिसर्च और इनोवेशन लाना होगा। जो भी कंपनियां मात्र सब्सिडी के भरोसे अपना व्यवसाय चला रहे हैं उन्हें भी दोबारा सोचने की ज़रूरत है। इस नए दौर में हमें तकनीकी तरक्की में ध्यान देना होगा।

इलेक्ट्रिक व्हीकल की दुनिया में बड़ा बदलाव हो रहा है। जब इस इंडस्ट्री कि शुरुवात हो रही थी तब सब्सिडी ने बहुत महत्त्वपूर्ण योगदान देके इस उद्योग को तेजी से आगे बढ़ाया। सरकार ने कंपनियों और ग्राहकों को सुविधा देने और इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रचलित करने के लिए यह कदम लिया था जिसने पूरी इंडस्ट्री को काफी ज्यादा मजबूत किया। अब जबकि इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रचलन बढ़ रहा है और इंडस्ट्री हर माह एक नई उचाइयों को छू रही है, हमे अब सब्सिडी से आगे सोचना होगा। सब्सिडी पर निर्भरता को लेकर जागरण से वेघ ऑटोमोबाइल्स के सीईओ & सह-संस्थापक प्रज्ञा गोयल ने अपनी बात रखी।

सब्सिडी लॉन्ग टर्म सॉल्यूशन नहीं

प्रज्ञा गोयल का कहना है कि सब्सिडी कभी भी लॉन्ग टर्म सॉल्यूशन नहीं हो सकता। अगर किसी इंडस्ट्री को तरक्की करनी है तो उसमे हमे रिसर्च और इनोवेशन लाना होगा। जो भी कंपनियां मात्र सब्सिडी के भरोसे अपना व्यवसाय चला रहे हैं उन्हें भी दोबारा सोचने की ज़रूरत है।

ईवी इंडस्ट्री को थोड़ा हटकर सोचने की जरूरत

अब पूरी इंडस्ट्री को अलग रास्ता चुनना होगा। हमें अब और महत्त्वपूर्ण बातों पर ध्यान देना होगा। इस नए दौर में, हमें तकनीकी तरक्की में ध्यान देना होगा। बैटरी की तकनीक, वाहनों की दूरी बढ़ाना, और चार्जिंग की तकनीक को बेहतर बनाने से हम उपभोक्ताओं की चिंताओं को कम कर सकते हैं। और यही नहीं, बड़े पैमाने पर वाहन बनाने से हमारी लागत भी कम हो सकती है, जिससे कि वाहन सस्ते हों और सब्सिडी की जरूरत न हो।