केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने लंबित विधेयकों को राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए भेजने के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के फैसले की आलोचना की है।
ओम धगाल - पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा युवा मोर्चा
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सीएम पिनाराई विजयन ने कहा कि इससे संदेह पैदा होता है कि क्या राज्यपाल सुप्रीम कोर्ट का उचित सम्मान कर रहे हैं या नहीं।
मुख्यमंत्री ने किया सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी का जिक्र
केरल के मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार की याचिका पर विचार करते हुए पंजाब के एक ऐसे ही मामले पर अपने फैसले का हवाला दिया था। उन्होंने कहा था कि राज्यपाल बिना किसी कार्रवाई के बिलों को अनिश्चितकाल तक लंबित रखने की स्वतंत्रता नहीं ले सकते।
सीएम ने राज्यपाल पर लगाया आरोप
सीएम ने राज्यपाल पर आरोप लगाया कि आरिफ मोहम्मद खान की प्रतिक्रिया सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणियों पर उनकी नाराजगी का संकेत देती है। सीएम विजयन ने कहा कि इस बारे में संदेह होना स्वाभाविक है कि क्या राज्यपाल ने उचित सम्मान के साथ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। उन्होंने कहा कि वह इस मामले में ज्यादा कुछ नहीं कहेंगे, क्योंकि ये अदालत में लंबित है।
एक विधेयक को मिली मंजूरी
बता दें कि केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने राज्य सरकार की एक याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बीच विधानसभा से पारित आठ में से एक लंबित विधेयक को मंजूरी दे दी है। राज्य सरकार की याचिका में राजभवन पर विधेयकों को मंजूरी देने में अत्यधिक देरी करने का आरोप लगाया गया है।