दरअसल कई बार कार जब तेज रफ़्तार में होती है और टायर फट जाता है या पंक्चर हो जाता है तो ऐसे में कार के डिस्बैलेंस होने की पूरी संभावना बनी रहती है जिससे आप एक्सीडेंट का शिकार हो सकते हैं। अगर आप कार चलाते हैं तो आपको भी इसके बारे में अच्छी तरह से पता होगा कि तेज रफ्तार में कार पंक्चर होना कितना खतरनाक साबित हो सकता है।

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ऑटो सेक्टर में टेक्नोलॉजी इतनी तेजी से बढ़ती जा रही है कि आप बस ड्राइविंग सीट से बैठे-बैठे पूरी गाड़ी पर नजर रख सकते हो, चाहे वो 360 कैमरा व्यू के माध्यम से या फिर टायरों में लगा हुआ मॉनिटरिंग सेंसर। इस खबर के माध्यम से आपको बताने जा रहे हैं टायर मॉनिटरिंग फीचर्स के बारे में।

क्या होता है TPMS

टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम या टीपीएमएस में वाहन के प्रत्येक पहिये पर लगे छोटे वायरलेस सेंसर शामिल होते हैं। सेंसर हेड-अप डिस्प्ले के माध्यम से प्रत्येक वाहन के टायर के वास्तविक समय के वायु दबाव को प्रदर्शित करते हैं। इसकी मदद से आप हमेशा टायरों पर नजर रख सकते हैं। आसान भाषा में कहें तो जिस भी गाड़ी में टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम होता है, उस गाड़ी के फ्रंट डिस्प्ले पर चारों टायरों की जानकारी दिखती है, जहां आपको ये भी पता चलेगा की कौन से टायर में कितनी प्रतिशत एयर प्रेशर है। किसी भी टायर में हवा का रिसाव या पंचर होता है तो डिस्प्ले पर उस टायर पर लाल निशान बनकर आ जाता है। जिससे ड्राइवर को सही समय में इसके बारे में जानकारी हो जाती है।

टायर प्रेशर मॉनीटरिंग सिस्टम के फायदे?

टायर प्रेशर मॉनीटरिंग सिस्टम कार को एक्सीडेंट से बचाता है। दरअसल कई बार कार जब तेज रफ़्तार में होती है और टायर फट जाता है या पंक्चर हो जाता है तो ऐसे में कार के डिस्बैलेंस होने की पूरी संभावना बनी रहती है जिससे आप एक्सीडेंट का शिकार हो सकते हैं। अगर आप कार चलाते हैं तो आपको भी इसके बारे में अच्छी तरह से पता होगा कि तेज रफ्तार में कार पंक्चर होना कितना खतरनाक साबित हो सकता है।