पिछले कुछ दिनों से हमें हमारी आर्डर की डिलीवरी और अन्य मैसेज हमारे वॉट्सऐप पर आने लगे है। हमारे लिए ये एक आम बात है लेकिन टेलीकॉम कंपनी ने इसको नेशनल सिक्योरिटी के रूप में दर्शाया है। इसके लिए COAI ने अमेजन और माइक्रोसॉफ्ट पर दूरसंचार से जुड़ी कानून नियमों को दरकिनार करने का आरोप लगाया है। आइये इसके बारे में जानते हैं।
अक्सर जब आप ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं तो ई-कॉमर्स साइट आपको मैसेज के माध्यम से सभी अपडेट को देते हैं। अब कुछ दिनों से कंपनियों ने इन मैसेजेस को वॉट्सऐप पर भेजना शुरू कर दिया है।
इसके अलावा अन्य प्लेटफॉर्म चाहे वो बैंक हो या कोई शापिंग कॉमप्लेक्स, वे अपने ऑफर्स और डिटेल्स को वॉट्सऐप पर भेजने लगे हैं। मगर टेलीकॉम कंपनियों यानी Jio, Airtel और Vi ने इसपर आपत्ति जताई है।
एक नई जानकारी सामने आई है कि सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) ने इस नए बदलाव का विरोध किया है।
लेटर लिखकर जताई चिंता
एसोसिएशन ने सचिव नीरज मित्तल पत्र लिखा, जिसमें COAI ने Micr
इसके अलावा यह भी आरोप लगाया गया कि यह न केवल लाइसेंसिंग और सुरक्षा मानदंडोंका उल्लंघन है, बल्कि सरकार राजस्व और विदेशी मुद्रा आय का भी नुकसान है। इस पत्र में COAI ने इस बात पर भी जोर दिया है कि सरकार को WhatsApp और टेलीग्राम पर जैसे प्लेटफॉर्म को इस तरह के मैसेज के लिए नाजायज रुट घोषित कर देना चाहिए।
राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा
एसोसिएशन ने बताया टेलीकॉम कंपनियों की नियमित SMS सेवा इस तरह के मैसेजेस के लिए ही डिजाइन किया है। इसके लिए कंपनियों को लाइसेंस मिलता है , लेकिन अब ये कंपनियां इन लाइसेंसिंग नार्म्स और रेगुलेशन्स को दरकिनार करके लाइसेंस प्राप्त रूट के बजाय OTT प्लेटफॉर्म यानी वॉट्सऐप और टेलीग्राम का इस्तेमाल करते हैं, जिससे ट्राफिक डायवर्ट होता है।
osoft और अमेजन जैसी अन्य कज्यूमर टेक्नोलॉजी कंपनियों पर आरोप लगाया कि वह इन मैसेजेस को भेजकर कंपनियां लीगल टेलीकॉम रूट को दरकिनार करने का आरोप लगाया है। इस वजह से केंद्र और टेलीकॉम कंपनियों को 3,000 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व नुकसान हो सकता है।