अगर आपकी गाड़ी की बैटरी की वारंटी समाप्त हो गई है और वह सही ढंग से काम नहीं कर रही है तो आपके पास एक और विकल्प बचता है वह है बैटरी स्वाइपिंग का। अमूमन बैटरी स्वाइपिंग कराना नई बैटरी खरीदने से सस्ता पड़ता है पूरा देश में कई ऐसे स्टार्टअप कंपनी है जो बैटरी स्वाइपिंग सुविधा प्रोवाइड करवाती हैं। ऐसे में आप अपनी बैटरी स्वाइप करवा सकते हैं।
अगर आपके पास इलेक्ट्रिक स्कूटर या फिर बाइक है तो ये खबर आपके काफी काम में आने वाली है। इस खबर के माध्यम से आपको बताने जा रहे हैं बैटरी से जुड़ी कुछ जरूरी बातों के बारे में, जिन्हें फॉलो करने से आपकी बैटरी की लाइफ अच्छी रहने वाली है।
ध्यान रखें जब भी आप अपनी ईवी के लिए नई बैटरी डलवाने जा रहे हैं तो उस समय यह जरूर सुनिश्चित करें कि जितने किलो वाट की आपकी बैटरी पैक है उतने किलो वाट की बैटरी उस में डलवा दें। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपकी गाड़ी कम रेंज देगी और आप फिर से परेशान हो सकते हैं।
बैटरी स्वाइपिंग
अगर आपकी गाड़ी की बैटरी की वारंटी समाप्त हो गई है और वह सही ढंग से काम नहीं कर रही है तो आपके पास एक और विकल्प बचता है वह है बैटरी स्वाइपिंग का। अमूमन बैटरी स्वाइपिंग कराना नई बैटरी खरीदने से सस्ता पड़ता है पूरा देश में कई ऐसे स्टार्टअप कंपनी है जो बैटरी स्वाइपिंग सुविधा प्रोवाइड करवाती हैं। ऐसे में आप अपनी बैटरी स्वाइप करवा सकते हैं।
बैटरी को चेंज करवाना कब जरूरी?
इलेक्ट्रिक स्कूटर की बैटरी को बदलवाने की जरूरत कई चीजों पर डिपेंड करती हैं, जिसमें कई फैक्टर आते हैं। उदाहरण के तौर पर इलेक्ट्रिक बैटरी की क्वालिटी, उसको इस्तेमाल करने का तरीका और उसका बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम। इसके अलावा, अन्य फैक्टर भी शामिल हैं। बैटरी बदलावने के लिए एक अन्य संकेत स्कूटर की रेंज है। जब आप इलेक्ट्रिक स्कूटर को पूरा चार्ज करके चलाने जाते हैं और उसमें आप तेजी से गिरावट दर्ज करते हैं तो ये संकेत है बैटरी बदलवाने, ये ठीक वैसा ही है साथ मोबाइल फोन के बैटरी के साथ होता है। अगर आप एक्सिलरेट ले रहे हैं, लेकिन पहले जैसा स्कूटर का परफार्मेंस नहीं है तो ये भी बैटरी रिप्लेसमेंट के संकेत हैं।