टोरंटो। कनाडा ने गुरुवार से देश में कुछ वीजा सेवाएं फिर से शुरू करने के भारत के फैसले का स्वागत किया है और कहा है कि एक सिख अलगाववादी की हत्या पर राजनयिक विवाद के बीच कई कनाडाई लोगों के लिए "चिंताजनक समय" के बाद यह कदम एक "अच्छा संकेत" है।
कनाडा में भारत के उच्चायोग ने बुधवार को कहा कि देश के अधिकारी देश भर के साथ-साथ विदेशों से आवेदन करने वाले कनाडाई लोगों के लिए कुछ प्रकार के वीजा आवेदनों की प्रोसेसिंग फिर से शुरू करेंगे।
ओटावा में भारतीय उच्चायोग ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट की गई एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘‘कनाडा के कुछ हालिया कदमों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के बाद निर्णय लिया गया है कि 26 अक्टूबर से प्रवेश वीजा, बिजनेस वीजा, मेडिकल वीजा, और कॉन्फ्रेंस वीजा श्रेणियों के लिए वीजा सेवाओं को फिर शुरू किया जाएगा।’’
बुधवार दोपहर को आप्रवासन मंत्री मार्क मिलर (Immigration Minister Marc Miller) ने अपने कई कनाडाई लोगों के लिए "चिंताजनक समय" के बाद भारत के इस कदम को "एक अच्छा संकेत" बताया है। सीटीवी न्यूज ने उनके हवाले से कहा, "हम ऐसा मानते हैं कि यह निलंबन पहले भी नहीं होना चाहिए था।"
उन्होंने कहा कि ‘‘भारत के साथ वास्तव में चिंताजनक राजनयिक स्थिति ने कई समुदायों में काफी भय पैदा कर दिया है।’’
'वीजा प्रक्रिया फिर से शुरू होना अच्छी खबर'
आपात प्रबंधन मंत्री और सिख नेता हरजीत सज्जन ने कहा कि वीजा प्रक्रिया फिर से शुरू होना अच्छी खबर है, लेकिन वह इस पर अटकलें नहीं लगाएंगे कि नयी दिल्ली क्या संदेश देने की कोशिश कर रही है।
सज्जन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह जानकर अच्छा लगा कि उन्होंने इसे (सेवाएं) बहाल कर दिया है। यदि उन्होंने यह कदम उठाया ही नहीं होता, तो बेहतर होता। उन्होंने आगे कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि शादियों और अंत्येष्टि जैसे कार्यक्रमों के लिए भारतीय और कनाडाई आ-जा सकें।