भारी उद्योग मंत्रालय की तरफ से फॉस्टर एडॉप्शन ऑफ मैन्यूफैक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल (फेम-2) स्कीम के तहत इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रोत्साहन के लिए सब्सिडी दी जाती है। अधिक संख्या में लोगों को सब्सिडी का लाभ देने के उद्देश्य से मंत्रालय ने इलेक्ट्रिक दोपहिया पर मिलने वाली सब्सिडी को कम किया था। इसके बाद भी दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहन की सेल में बढ़ेतरी हुई है।

सरकार की तरफ से सब्सिडी में कटौती के बावजूद उपभोक्ताओं में इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों के प्रति आकर्षण कम नहीं हो रहा है। इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन धीरे-धीरे पेट्रोल से चलने वाले दोपहिया की जगह ले रहा है।

चालू वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की बिक्री में पिछले वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही के मुकाबले 30 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की गई। जबकि सरकार की तरफ से दी जाने वाली सब्सिडी को इस साल जून से 40 प्रतिशत से घटाकर 15 प्रतिशत कर दिया गया।

फेम-2 सब्सिडी की घट गई है राशि

भारी उद्योग मंत्रालय की तरफ से फॉस्टर एडॉप्शन ऑफ मैन्यूफैक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल (फेम-2) स्कीम के तहत इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रोत्साहन के लिए सब्सिडी दी जाती है। अधिक संख्या में लोगों को सब्सिडी का लाभ देने के उद्देश्य से मंत्रालय ने इलेक्ट्रिक दोपहिया पर मिलने वाली सब्सिडी को कम किया था। सरकार के इस फैसले से सभी विक्रेता कंपनियां इलेक्ट्रिक दोपहिया की बिक्री कम होने की आशंका जाहिर कर रही थी

।बिक्री पर नहीं पड़ा कोई असर

मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष के अप्रैल-सितंबर में देश भर में 3,98,637 यूनिट इलेक्ट्रिक दोपहिया की बिक्री की गई जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 2,92,195 यूनिट की बिक्री हुई थी। पिछले वित्त वर्ष में अप्रैल से लेकर मार्च तक सात लाख से अधिक इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की बिक्री की गई थी। मंत्रालय को चालू वित्त वर्ष में 9 लाख से अधिक दोपहिया वाहनों की बिक्री की उम्मीद है। अभी दोपहिया वाहनों की बिक्री में इलेक्ट्रिक दोपहिया की हिस्सेदारी लगभग 6 प्रतिशत है।

 

वर्ष 2022 व वर्ष 2023 के अप्रैल-सितंबर में मासिक हिसाब से इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की बिक्री कुछ इस प्रकार रही है-