प्रोफेटिक एक नया एआई स्टार्टअप है जो आपके सपनों को मॉनिटर करने के लिए नया टूल पेश कर रहा है। यह दुनिया का पहला वियरेबल टूल है। इस हेलो नाम दिया गया है जो एक नॉन-इनवेसिव डिवाइस का प्रोटोटाइप है। इसके लिए प्रोफेटिक ने कार्ड79 के साथ साझेदारी की है। यह वही कंपनी है जिसने मस्क की ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस कंपनी न्यूरालिंक के लिए हार्डवेयर डिजाइन किया है।

टेक वर्ल्ड में आज सबसे ज्यादा कोई शब्द चर्चा का विषय है, तो वह AI यानी की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है। AI को लेकर जितना लोगों के मन में उत्साह का भाव है, उससे ज्यादा यह लोगों के मन में एक डर की तरह बैठ गया है। क्योंकि AI के आने से लोगों की नौकरियों जाने की बात कही जा रही है।

AI का असर

AI आने से सबसे ज्यादा खतरा कोडर, कंप्यूटर प्रोग्रामर, डेटा एनालिस्ट, लिगल इंडस्ट्री, सॉफ्टवेयर इंजीनियर, कंटेंट राइटर जैसी जॉब्स पर बताया जा रहा है।

वहीं, बहुत से लोग AI को एक वरदान की तरह मान रहे हैं। यह साइंटिफिक आविष्कार का असर तेजी से इंसानों की जिंदगी पर पढ़ने लगा है।

सपनों की दुनिया

वहीं, बात सपनों की करें तो सपनों की दुनिया कुछ ऐसी होती है जो आंखें खुलने के बाद हकीकत से बिल्कुल परे लगाती है। ऐसा लगता है मानों हम किसी एक दुनिया से किसी दूसरी दुनिया में आ गए हैं।

सपनों के पीछे का सच तो महज इमेजिनेशन वर्ल्ड कहा और माना जाता है। लेकिन क्या AI आने से सपनों पर भी कंट्रोल किया जा सकेगा?

ब्रेन इमेजिंग टूल्स

एरिक वोलबर्ग (29) और वेस्ले बेरी (27) इन दोनों व्यक्तियों कि जब मुलाकात थी तो वोलबर्ग मानव चेतना का पता लगाने के लिए सुहाने सपनों का उपयोग करने के विचार पर काम कर रहे थे।

वहीं, बेरी संगीतकार ग्रिम्स के साथ न्यूरल सिगनल्स neural signals को कला के माध्यम से ट्रांसलेट करने पर काम कर रहे थे। दोनों इस बात को लेकर काफी उत्साहित थे कि कैसे मानव दिमाग इमेजिंग टूल पर किसी के विचार पैटर्न की तस्वीर बनाने में मदद कर सकते हैं।

सुहाने सपनों का पता लगाने

दोनों ने मार्च 2023 में प्रोफेटिक कंपनी की सह-स्थापना की। आपको बता दें कि यह एक तकनीकी स्टार्टअप है। यह कंपनी खुद को "सुहाने सपनों को स्थिर करने के लिए दुनिया का पहला पहनने योग्य उपकरण (first wearable device)" बनाने कहती है।बता दें कि यह एक हेडबैंड जैसा डिवाइस है, जो फोकस्ड अल्ट्रासाउंड सिग्नल जारी करता है।

इस स्टार्टअप कंपनी ने a16z के स्काउट फंड की भागीदारी के साथ पहले से $1.1 मिलियन का फंडिंग राउंड जुटाया है और बॉक्सग्रुप के नेतृत्व में, वीसी फंड फिनटेक कंपनी प्लेड में निवेश करने वाले पहले व्यक्ति के रूप में जाना जाता है।

आपको बता दें कि नॉन-इनवेसिव डिवाइस का प्रोटोटाइप बनाने के लिए, जिसे "हेलो" कहा जाता है, प्रोफेटिक ने कार्ड79 के साथ साझेदारी की है। ये वही कंपनी जिसने एलोन मस्क की ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफ़ेस कंपनी, न्यूरालिंक के लिए हार्डवेयर डिजाइन और इसका निर्माण किया था।