भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और जम्मू और कश्मीर प्रभारी तरूण चुघ ने कहा कि तीन दशकों तक इन मुफ्ती, अब्दुला, एवम गांधी नेहरू परिवारो की पार्टियों के शासन में जम्मू-कश्मीर को भारत की आतंकवादी राजधानी के रूप में जाना जाता था ,इन तीनों परिवारो मुफ्ती, अब्दुला, और गांधी परिवार के शासनकाल में देश के इतिहास का सबसे बड़ा पलायन हुआ , हिंदुओं का सामूहिक नरसंहार हुआ, महीनों तक कर्फ्यू लगा रहता था और अब ये पार्टियां आरोप लगा रही हैं ओर घड़ियाली आंसू बहा रही है ।
चुग ने कहा कि पीएम मोदी जी ने जम्मू-कश्मीर को पर्यटन और विकास की राजधानी बना दिया है। बीजेपी के सत्ता में आने के बाद से घाटी में आतंकवाद लगभग समाप्त हुआ है. धारा 370 के हटने से जम्मू और कश्मीर में शांति आई है और शांति के साथ विकास की शुरुवात 2019 से की है। लोग सरकार द्वारा की गए सकारात्मक प्रयासो से बदलाव महसूस कर रहे हैं और लोग खुश हैं। विपक्ष के सभी आरोपों का कोई मतलब नहीं , ऐसे में विपक्ष की बौखलाहट जाहिर होती है।
तरूण चुघ ने चुनावो को लेकर कहा कि पिछले डीडीसी, पंचायत और बीडीसी चुनावों में विपक्षी दलों ने गठबंधन बनाया था और फिर भी लाखों लोगों ने घरों से बाहर निकल कर प्रधानमत्री मोदी जी पर विश्वास कर वोट भी डाला और लाखों लोगों ने गुपकार गठबंधन के खिलाफ मतदान किया। धुर विरोधी और आमने सामने लड़ने वाले मुफ्ती और अब्दुल्ला और काग्रेस के बीच खिसकते जनाधार और जनता में उनके प्रति घृणा के कारण भय के चलते गुपकार गठबंधन हो गया है. जम्मू-कश्मीर के लोग इस गठबंधन को स्वीकार नहीं करेंगे । इससे पता चलता है कि जम्मू और कश्मीर के लोग इन पार्टियों के असली चेहरों को जानते हैं।'
चुग ने कहा कि चुनाव आयोग ही चुनाव की घोषणा कर निर्णय लेगा, बीजेपी चुनाव के लिए हर समय तैयार है, भाजपा लोक-तंत्र में विश्वास करती है और उसका सम्मान करती है।