बीते दिन संसद के विशेष सत्र में महिला आरक्षण बिल को पेश किया गया था। आज बुधवार को इस बिल पर चर्चा हुई जिसमें कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने भी हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कई मुद्दें उठाए।

केंद्र सरकार की ओर से बुलाए गए संसद के विशेष सत्र में आज लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पर चर्चा हुई। कांग्रेस की ओर से इस चर्चा में पार्टी की सांसद सोनिया गांधी ने भाग लिया। सोनिया गांधी ने इस बिल का समर्थन किया और इसके साथ ही बिल को लेकर कई सवाल भी उठाए। आइए जानते हैं उन्होंने बिल पर चर्चा में क्या सब कहा...

बिल राजीव गांधी का सपना

महिला आरक्षण बिल जिसे ‘नारीशक्ति वंदन विधेयक’ नाम दिया गया है, पर चर्चा करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि ये बिल पूर्व पीएम राजीव गांधी का सपना था। बाद में पीएम पीवी नरसिम्हा राव की सरकार ने महिला आरक्षण बिल को पारित कराया गया। सोनिया गांधी ने कहा कि आज इसी का नतीजा है कि देशभर के विभिन्न स्थानीय निकायों के जरिए हमारे पास 15 लाख चुनी हुई महिला नेता हैं। 

सरकार से मांग

सोनिया गांधी ने महिला आरक्षण के बिल को समर्थन दिया लेकिन सरकार से ये कहा कि आरक्षण को जल्द से जल्द लागू भी किया जाए। कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने लोकसभा में कहा कि महिलाओं को आरक्षण के लिए और इंतजार करने के लिए कहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैं महिला आरक्षण बिल के समर्थन में खड़ी हूं, स्त्री के धैर्य का अनुमान लगाना मुश्किल है..भारतीय नारी ने सबकी भलाई के लिए काम किया। 

एससी-एसटी, ओबीसी को आरक्षण की मांग

सोनिया गांधी ने कहा कि हम इस बिल का समर्थन करते हैं लेकिन हमें चिंता भी है। उन्होंने कहा कि भारतीय महिलाएं 13 वर्षों से अपनी जिम्मेदारियों का इंतजार कर रही हैं। अब उन्हें कुछ और साल रुकने को कहा जा रहा है। उन्हें कितने साल रुकना होगा? क्या ये व्यवहार सही है। सोनिया गांधी ने कहा कि इस बिल को तत्काल लागू करना चाहिए लेकिन इसके साथ ही जातिगत जनगणना करवा कर एससी-एसटी, ओबीसी वर्ग की महिलाओं को आरक्षण दिया जाना चाहिए।