माइक्रोसॉफ्ट और डिजिटल पैथोलॉजी प्रोवाइडर Paige ने गुरुवार को पार्टनरशिप की घोषणा की। ये पार्टनरशिप कैंसर का पता लगाने के लिए दुनिया का सबसे बड़ा इमेज-आधारित एआई मॉडल बनाने के लिए की गई है। Paige माइक्रोसॉफ्ट के एडवांस सुपरकंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रैक्चर का उपयोग करेगा ताकि वह बड़े पैमाने पर तकनीकी को प्रशिक्षित कर सकें। आइये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

समय के साथ-साथ मेडिकल फील्ड भी आगे बढ़ता जा रहा है। पहले जहां हम बिमारियों के इलाज में बरसों लगाते थे, वहीं अब एआई सब कुछ बहुत आसान करने के लिए तैयार है।

इसी सिलसिले को जारी रखते हुए कैंसर की पहचान के लिए माइक्रोसॉफ्ट Paige कंपनी के साथ मिलकर काम कर रहा है। ताकि वह दुनिया का सबसे बड़ा इमेज आधारित एआई मॉडल बना सकें। बीते गुरुवार को घोषणा की गई कि कंपनी कैंसर की पहचान के लिए डिजिटल पैथोलॉजी प्रोवाइडर Paige के साथ मिलकर काम कर रही है।

कैंसर की कर सकेगा पहचान

एआई मॉडल बहुत सारी मात्रा में डेटा पर टेस्टिंग कर रहा है जिसमें अरबों इमेज शामिल हैं। यह सामान्य कैंसर और दुर्लभ कैंसर दोनों की पहचान कर सकता है। रिसर्चर्स को उम्मीद है कि यह उन डॉक्टरों की मदद करेगा जो स्टाफ की कमी और बढ़ते केस से जूझ रहे हैं।

Paige माइक्रोसॉफ्ट के एडवांस सुपरकंप्यूटिंग बुनियादी ढांचे का उपयोग करेगा और अंततः इसे एज्योर का उपयोग करके दुनिया भर के अस्पतालों और प्रयोगशालाओं में पेश करेगा। ताकि बड़े पैमाने पर प्रौद्योगिकी को प्रशिक्षित किया जा सकें।

स्वास्थ्य देखभाल में ए.आई

कैंसर का पता लगाने में सुधार के लिए एआई का उपयोग करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट और Paige के बीच साझेदारी हाल की कई पहलों में से एक है।

इसके अलावा Google ने जुलाई में घोषणा की कि वह मस्सों की इमेज से त्वचा कैंसर का पता लगाने के लिए एक AI मॉडल विकसित कर रहा है।

वहीं फरवरी में, आईबीएम वॉटसन हेल्थ ने डॉक्टरों को ब्रैस्ट कैंसर का निदान करने में मदद करने के लिए एक एआई-संचालित टूल लॉन्च किया। ये पहल स्वास्थ्य सेवा में सुधार के लिए एआई के उपयोग करनी हैं।

एआई का उपयोग नई दवाएं विकसित करने, उपचार को पर्सनलाइज करने और यहां तक कि रिमोटली देखभाल करने के लिए किया जा रहा है। जैसे-जैसे एआई तकनीक का विकास जारी है, यह कैंसर के खिलाफ लड़ाई में तेजी से खास योगदान दे सकती है।