मालगाड़ी के लिए बनाए जा रहे ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर (ईडीएफसी) की साइट से लोहे के उपकरण चोरी करने वाले गैंग के तीन सदस्य गिरफ्तार कर लिए है। उनके कब्जे से लोहे के उपकरण और ई-रिक्शा तथा बैल गाडी बरामद किए गए है। ई-रिक्शा और बैल गाडी में चोरी के उपकरण भरकर चोरी करते थे

220 किलोमीटर के ट्रैक पर जारी है काम

मालगाड़ी के लिए बनाए जा रहे ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर (ईडीएफसी) के अंतर्गत खुर्जा से हापुड़, मेरठ होते हुए सहारनपुर के पिलखनी तक रेल मंत्रालय की तरफ से 220 किमी. लंबे ट्रैक का काम प्रगति पर है। अभी तक ट्रैक का काम फाइनल स्टेज में पहुंच चुका है। लेकिन ईडीएफसी की साइट से लगातार चोरी की घटनाएं हो रही थी। तभी सीओ शूचिता सिंह के निर्देश में परतापुर पुलिस की एक टीम बनाई गई। पुलिस ने ईडीएफसी की साइट से लोहे के उपकरण चोरी करने वाले गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है।

बैल गाड़ी या ई-रिक्शा से करते थे चोरी की वारदात

हैरत की बात है कि यह गैंग बैल गाडी और ई-रिक्शा से चोरी की वारदात को अंजाम देता था। ताकि किसी को भी शक नहीं हो। थाना प्रभारी रामफल ने बताया कि चेकिंग के दौरान संजय वन के पास से पुलिस ने विशाल निवासी सिद्धार्थपुरम थाना टीपीनगर, ललित और अमन निवासी शिवपुरम थाना टीपीनगर को गिरफ्तार किया गया। उनके कब्जे से आठ लोहे के सरिए बरामद किए गए है। यह सरिये ईडीएफसी की साइट से चोरी किए गए थे।