गेहूं की बढ़ रही कीमतों को काबू में करने की योजना है। इसके लिए सरकार गेहूं आयात पर 40 फीसदी ड्यूटी को खत्म कर सकती है। इसी के साथ कारोबारियों के लिए भंडार पर सीमा भी लगा सकती है।गेहूं के दूसरे सबसे बड़े उत्पादक देश भारत में इस समय कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं। भीषण गर्मी के चलते फसल के नुकसान को देखते हुए सरकार ने मई में गेहूं निर्यात पर रोक लगा दी थी।बवजूद इसके घरेलू कीमतें ऊंचे स्तर पर बनी हैं। कारोबारियों ने कहा, अगर सरकार आयात ड्यूटी हटाती है और अंतरराष्ट्रीय कीमतें कम होती हैं तो त्योहारी सीजन में आयात शुरू हो सकता है। उस समय घरेलू बाजार में भाव ज्यादा हो जाते हैं। सूत्रों ने कहा है कि केंद्र सरकार गेहूं के भाव को नीचे लाने के लिए सभी संभावित विकल्पों पर विचार कर रही है।
नई फसल 9 महीने बाद ही आएगी
सरकार के पास इस साल बाजार में हस्तक्षेप करने के लिए सीमित विकल्प है, क्योंकि खरीद 57 फीसदी गिरकर 1.88 करोड़ टन हो गई है। नई फसल नौ महीने बाद ही उपलब्ध हो पाएगी। तब तक भंडार का उपयोग सावधानी से करना होगा। बारिश कम होने से धान की बुवाई बुरी तरह प्रभावित हुई है।
धान का रकबा 5 अगस्त तक 274.30 लाख हेक्टेयर था, जो एक साल पहले 314.14 लाख हेक्टेयर था। धान के कम रकबे ने खरीफ में चावल के उत्पादन व कीमतों की चिंता बढ़ा दी है। संभावना है कि गेहूं की ज्यादा कमी हुई तो प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना को बढ़ाने के बारे में सरकार को सोचना होगा। योजना सितंबर में समाप्त होगी।
एक साल में 22 फीसदी बढ़ी गेहूं की कीमत
गेहूं की कीमत एक साल में 22 फीसदी बढ़ी है। 8 अगस्त, 2021 को यह 25 रुपये किलो था, जो सोमवार को 30.61 रुपये किलो पर पहुंच गया। एक महीने पहले 29.76 रुपये किलो था। आटे का भाव एक साल पहले 29.47 रुपये किलो था जो अब 35.13 रुपये हो गया है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में गेहूं का भाव जुलाई में मासिक आधार पर 14.5 फीसदी गिर गया था। पिछले साल भारत ने 72 लाख टन गेहूं का निर्यात किया था। इस साल 60 लाख टन के निर्यात का अनुमान है। जबकि नई फसल 9 महीने बाद ही उपलब्ध हो पाएगी। इसलिए तब तक भंडार का उपयोग बहुत सावधानी से करना होगा।
इनमें कम हुई धान की बुवाई
उत्तर प्रदेश 3.82
छत्तीसगढ़ 4.39
बिहार 4.85
मध्य प्रदेश 3.72
झारखंड 9.34
(आंकड़े लाख हेक्टेयर में)
वैश्विक व्यापार में रुपये को पसंदीदा मुद्रा बनाने आरबीआई ने उठाया कदम
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने निर्यात और वैश्विक व्यापार में रुपये को पसंदीदा मुद्रा के रूप में बढ़ावा देने के लिए कदम उठाए हैं। पिछले महीने आरबीआई ने घरेलू मुद्रा में बढ़ती दिलचस्पी को देखते हुए बैंकों से भारतीय रुपये में निर्यात और आयात लेन देन के लिए अतिरिक्त व्यवस्था करने को कहा था।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को लोकसभा में एक सवाल के जवाब में कहा, निर्यात में बढ़त से व्यापार घाटे को कम करने में मदद मिल सकती है। सीतारमण ने कहा, भारतीय रुपये में अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए चालान और भुगतान की मंजूरी देने वाला ढांचा सभी भागीदार देश के लिए लागू है। आरबीआई ने 12 जुलाई को रुपये में कारोबार करने की भारतीय आयातकों और निर्यातकों को मंजूरी दी थी।
इक्विटी म्यूचुअल फंड में 43% घटा निवेश
जुलाई में इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश 43 फीसदी घटकर 8,898 करोड़ रुपये पर आ गया है। साथ ही यह लगातार 17वां महीना है जिसमें इक्विटी योजनाओं में सकारात्मक निवेश रहा है। जून में 15,495 करोड़ रुपये की रकम आई थी। मई में यह 18,529 करोड़ रुपये थी। अप्रैल में 15,890 करोड़ रुपये का निवेश आया था।
एचडीएफसी बैंक का कर्ज महंगा
एचडीएफसी बैक ने कर्ज महंगा कर दिया है। इसने एमसीएलआर में 0.10 फीसदी की बढ़त की है। इससे अब कम से कम ब्याज दर 7.80 फीसदी हो गई है। कर्ज की नई दर 8 अगस्त से लागू हो गई है। दो साल के कर्ज का ब्याज 8.20 फीसदी जबकि तीन साल का कर्ज 8.30 फीसदी हो गया है।
जेएसडब्ल्यू 48,000 करोड़ करेगी निवेश
जेएसडब्ल्यू स्टील ने कहा है कि वह अगले तीन वर्षों में 48,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। कंपनी के चेयरमैन सज्जन जिंदल ने बताया कि इसमें से 20,000 करोड़ रुपये चालू वित्तवर्ष में निवेश किया जाएगा। कंपनी ने कहा कि इस रकम को कई अलग-अलग परियोजनाओं में निवेश किया जाएगा।
बीबा के आईपीओ पर सेबी की रोक
सेबी ने बीबा फैशन के आईपीओ पर फिलहाल रोक लगा दी है। हालांकि इसके कारणों का पता नहीं चल पाया है। इसने सेबी के पास 12 अप्रैल को कागजात जमा कराया था। 30 दिन में सेबी आईपीओ के बारे में अपनी राय देती है।