बेंगलुरु (कर्नाटक), बेंगलुरु में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक से पहले कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने प्रेस कॉन्फ्रेस करते हुए केंद्र की बीजेपी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि हम सभी एक समान्य उद्देश्य से एकजुट हुए हैं। हमारा उद्देश्य देश में लोकतंत्र की रक्षा करना, संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करना और संस्थानों की स्वतंत्रता सुनिश्चित करना है।
भाजपा सरकार के शासनकाल में इन सभी पर हमला हो रहा है। वे विपक्ष की आवाज को दबाना चाहते हैं। वे विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहे हैं। राहुल गांधी को संसद से अयोग्य घोषित करना इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। इसके अलावा महाराष्ट्र की राजनीति में जो भी कुछ हो रहा है, वो भी एक उदाहरण है।
बीजेपी वाले 30 पार्टियों को क्यों बुला रहे हैं?
एनडीए की बैठक पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि, ''...अगर वह (पीएम मोदी) पूरे विपक्ष पर भारी हैं और वह अकेले ही उनके लिए काफी हैं, तो वह 30 पार्टियों को एक साथ क्यों बुला रहे हैं? इनके नामों का खुलासा करें'' क्या वे चुनाव आयोग के साथ पंजीकृत भी हैं? हमारे साथ के लोग हमेशा हमारे साथ रहे हैं... हम जो कर रहे हैं उससे वे चकित हैं, इसलिए वे अपनी ताकत दिखाने के लिए पार्टियों के गुटों को इकट्ठा कर रहे हैं।"
2024 में हमें जनादेश मिलेगा
इस दौरान कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा कि, "मुझे लगता है कि कुछ पार्टियों को छोड़कर इस देश की सभी विपक्षी पार्टियां एक अच्छी शुरुआत के लिए एक साथ आई हैं। यह किसी कि व्यक्तिगत राजनीतिक बैठक नहीं है। यह 140 करोड़ लोगों के भविष्य के लिए इस देश को आकार दे रही है, जो विभिन्न मुद्दों पर पीड़ित हैं। हमें लगता है कि तमाम समस्याओं पर हम सभी मिलकर अपनी समझ और एकता के साथ, हम इसे आगे लाएंगे और इसके अच्छे परिणाम भी सामने आएंगे। उन्होंने आगे कहा कि, जैसा कि कर्नाटक ने हमें जनादेश दिया था, पूरा देश हमें 2024 में जनादेश देगा।