पन्ना।

पशुधन से कैसे होगी आय की बढ़ोत्तरी,जिले भर की 25 महिलाओं ने लिया 15 दिवशीय प्रशिक्षण,पशुसखी के रूप में गांव में करेंगी पशुपालकों को जागरूक,

पन्ना-जिले की स्व सहायता समूह की 25 महिलाएं अब अपने अपने गांवों में पशुसखी के रूप काम कर गांव के लोगों को जागरूक करेंगी।जिनको आजीविका मिशन एवं नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड,एवं पशु चिकित्सा विभाग के द्वारा संयुक्त रूप से ए हेल्प कार्यक्रम के माध्यम से 15 दिवशीय प्रशिक्षण दिया गया है।प्रशिक्षण के बाद अब यह सभी महिलाएं पशुधन से दुग्ध उत्पादन, नश्ल सुधार जैसे जानकारी गांव के लोगो के देंगी।जिससे गांव के लोगो की कृषि कार्य के साथ पशुधन से आय बढ़ेगी।

जानकारी के अनुसार पन्ना जिला मुख्यालय में मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन,नेशनल डेयरी डेवलपमेंट,पशु स्वास्थ एवं चिकित्सा विभाग के द्वारा संयुक्त रुप से पन्ना जिले के 25 स्व सहायता समूह से 25 महिलाओं को 15 दिन का प्रशिक्षण दिया गया है।जिसका शुक्रवार 7 जुलाई को समापन किया जाना है।प्रशिक्षण के बाद अब यह महिलाएं पशुसखी के रूप में अपने अपने गांव व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रो में लोगो को जागरूक करेंगी।पशुपालकों को पशुधन में नश्ल सुधार,कृतिम गर्भाधान,दुग्ध उत्पादन में बढ़ोत्तरी के विषय मे लोगो जागरूक करेंगी।और पशुओं की चिकित्सा संबंधी जानकारी भी गांव वालों को यह महिलाएं देंगी।प्रशिक्षण देने वाले ट्रेनर डॉक्टर आर ए सेन ने बताया कि महिलाओं को 15 दिन की ट्रेनिंग दी गई है।जिसमे उन्होंने काफी कुछ सीखा है।पशुओं की चिकित्सा संबंधी जानकारी महिलाओं को सिखाई गई है।आर्युवेद से पशुओं का इलाज करना बताया गया है।जिससे ग्रामीणजनों को काफी मदद मिलेगी।वहीं प्रशिक्षण में भाग लेने वाली शकुंतला कोरी ने बताया कि प्रशिक्षण के माध्यम में हम महिलाओं पशुधन में दुग्ध उत्पादन,स्वास्थ्य परीक्षण,कृतिम गर्भाधान,पशुधन से आय की बढ़ोत्तरी जैसी महत्वपूर्ण जानकारियां इस प्रशिक्षण के माध्यम से मिली है।जो अब हम अपने ग्रामीण क्षेत्र के पशुपालकों को बताएंगे।और उनकी मदद करेंगे।