बेंगलुरु, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सोमवार को कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं द्वारा की गई प्रगति भारत में हो रहे बदलाव को दर्शाती है। विशेष रूप से इस वर्ष सिविल सेवा परीक्षा में शीर्ष चार रैंक हासिल करने वाली महिलाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अगर समान अवसर दिए जाएं तो बेटियां बेटों से बेहतर प्रदर्शन कर सकती हैं
राष्ट्रपति ने राज्य के चिक्काबल्लापुरा में श्री सत्य साई यूनिवर्सिटी आफ ह्यूमन एक्सीलेंस (एसएसएसयूएचई) के दूसरे दीक्षा समारोह के दौरान कहा कि उन्हें इस बात की बेहद खुशी है कि इस साल की सिविल सेवा परीक्षा में हमारी बेटियों ने शीर्ष चार रैंक पाए। यह इंगित करता है कि जब भी समान अवसर दिए जाते हैं तो हमारी बेटियां बेटों से आगे बढ़कर प्रदर्शन करती हैं।
महिलाएं विश्वविद्यालयों में कर रही अच्छा प्रदर्शन
मुर्मु ने कहा कि यह भारत में हो रहे बदलाव और हमारे देश के सुनहरे भविष्य की एक झलक है। उन्होंने एक प्रसिद्ध हिंदी फिल्म का डायलाग भी बोला- ''ये तो ट्रेलर है। पिक्चर अभी बाकी है। उन्होंने रेखांकित किया कि एसएसएसयूएचई के कुल विद्यार्थियों में छात्राएं 66 प्रतिशत हैं। 17 स्वर्ण पदक विजेताओं में से 11 छात्राएं हैं। उन्होंने कहा कि पहले झारखंड की राज्यपाल और अब राष्ट्रपति के रूप में उन्होंने कई दीक्षा समारोहों में भाग लिया है और पाया है कि महिलाएं विश्वविद्यालयों में भी बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं।