*नीलेश शिवहरे ने छठवीं बार एवं गुप्त रक्त दान दाता बेटी ने प्रथम बार किया रक्तदान*

*समाजसेवी राम बिहारी गोस्वामी के प्रयासों से मिला समय पर खून*

*द्वितीय पुत्र जन्म के उपलक्ष में समाजसेवी राम बिहारी गोस्वामी हॉस्पिटल में ही थे मौजूद, पीड़ित परिजनों से मिलने के बाद रक्तदान का संदेश किया था प्रसारित*

पन्ना जिला अस्पताल में भर्ती साहब लाल लोधी पिता कंछेदी लाल लोधी उम्र 48 वर्ष निवासी कृष्णगढ़ तहसील पवई को ए पॉजिटिव खून की अत्यंत जरूरत थी। उनका एक पुत्र रक्तदान कर चुका था दूसरा पुत्र मानसिक रूप से विक्षिप्त है, जो कि रक्तदान करने में सक्षम नहीं था। सगे संबंधी रिश्तेदार खून देने के लिए जिला अस्पताल पन्ना नहीं आ रहे थे । जिसको लेकर मध्य प्रदेश सरकार की पूर्व कैबिनेट मंत्री सुश्री कुसुम सिंह मेहंदेले एवं रामकिशोर लोधी निवासी नारायणपुरा द्वारा जानकारी दी गई। जानकारी पाते ही सोशल मीडिया पर संदेश प्रसारित किया गया। व्हाट्सएप पर संदेश पढ़ते ही पन्ना शहर के बड़ा बाजार निवासी नीलेश शिवहरे उम्र 33 वर्ष बिना कोई विलंब किए जिला अस्पताल पहुंचे और उन्होंने आज छठवीं बार स्वेच्छा से रक्तदान कर पीड़ित किसान को एक नया जीवन दान देने का पुनीत कार्य किया है। रक्त दान दाता नीलेश शिवहरे ने बताया कि प्रथम बार उन्होंने रक्तदान चित्रकूट में उस समय किया था जब वह अपने पिता की आंख का परीक्षण कराने के लिए गए थे। वहां पर एक अज्ञात व्यक्ति खून के लिए दर-दर भटक रहा था। जब उन्हें पता चला कि संबंधित व्यक्ति को खून चाहिए ,जोकि उनका स्वयं है। उन्होंने बिना कोई विलंब किए पहली बार चित्रकूट धाम में रक्तदान किया और जो पीड़ित परिवार के चेहरे में खुशी महसूस हुई उसको उन्होंने भली-भांति समझा। इसके बाद से वह निरंतर जरूरतमंद लोगों को रक्तदान करते आ रहे हैं। रक्तदाता नीलेश शिवहरे ने कहा कि प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति को वर्ष में तीन से चार बार रक्तदान अवश्य करना चाहिए। रक्तदान करने से किसी भी प्रकार की कमजोरी बीमारी नहीं आती है। रक्तदान से अपना स्वयं का शरीर स्वस्थ रहता है और समय पर किए गए रक्तदान से किसी का जीवन बचाने का पुनीत कार्य जरूर कर सकते हैं। इसके उपरांत पन्ना शहर के धाम मोहल्ला निवासी श्रीमती तारा पति राजू कुशवाहा उम्र 36 वर्ष को ओ पॉजिटिव खून की जरूरत थी। जिसको लेकर उनके पति रज्जू कुशवाहा एवं परिवार से शिवम कुशवाहा द्वारा स्वेच्छा से रक्तदान कर दिया गया था। मगर और खून की जरूरत होने पर संदेश सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया। जिसके बाद पन्ना शहर के साहू परिवार की बेटी द्वारा बिना कोई विलंब किए गुप्त रूप से प्रथम बार रक्तदान किया गया है । रक्तदान के इस पुनीत कार्य में समाजसेवी राम बिहारी गोस्वामी लैब टेक्नीशियन रामनाथ ओमरे का सराहनीय योगदान रहा। ज्ञात हो कि आज दिनांक 27 जून को सुबह 11:45 समाजसेवी राम बिहारी गोस्वामी के द्वितीय पुत्र रत्न प्राप्त होने पर वह जिला अस्पताल में ही मौजूद थे । जिससे मरीजों को खून उपलब्ध कराने में उन्होंने अपना समय व्यतीत किया। समाजसेवी राम बिहारी गोस्वामी ने कहा कि है खून की जरूरत पड़ने पर फोन लगाते हैं, मगर कई लोग ऐसे भी हैं जिनके परिवार के सदस्यों को खून उपलब्ध कराया गया है। लेकिन जब किसी अन्य परिवार के सदस्य के लिए खून का संदेश उनके मोबाइल पर पहुंचता है तब वह उस संदेश को देखने के बाद भी अन्य लोगों को शेयर नहीं करते हैं। जिससे निश्चित रूप से कहीं ना कहीं आज जो रक्तदान जागरूकता का कार्य जिस गति से होना चाहिए वह अभी तक नहीं हो पाया है। आज भी लोग रक्तदान को लेकर डरते हैं और अपने सगे संबंधी रिश्तेदारों को भी रक्तदान नहीं करते हैं। समाजसेवी राम बिहारी गोस्वामी ने कहा कि यदि प्रत्येक व्यक्ति रक्तदान का संदेश पढ़ते ही शेयर करने लगे और दाता की खबरों को अधिक से अधिक शेयर करें , तो निश्चित रूप से जो लोगों के अंदर रक्तदान को लेकर भय व्याप्त है वह समाप्त होगा और समय पर जरूरतमंद लोगों को खून प्राप्त होगा।