मध्य प्रदेश के वासियों के लिए अच्छी खबर है। मानसून अपने तय समय पर आ चुका है और प्रदेश के अलग-अलग शहरों में अब बारिश का दौर शुरू हो चुका है। मौसम के जानकारों का कहना है कि अब अगले 24 से 48 घंटों के दौरान प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश भी हो सकती है।अलग-अलग स्थान पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से पूरे प्रदेश में मानसून सक्रिय है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से लगातार आ रही नमी से वर्षा होने का सिलसिला शुरू हो गया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बुधवार को भोपाल, नर्मदापुरम, ग्वालियर, सागर, जबलपुर, शहडोल संभाग में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है। शेष संभागों के जिलों में भी बौछारें पड़ने के आसार हैं। रुक-रुककर वर्षा का दौर दो-तीन दिन तक बना रह सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों से मानसून को लगातार ऊर्जा मिल रही है। इस वजह से पूरे प्रदेश में रुक-रुककर वर्षा हो रही है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक ओडिशा से आगे बढ़कर कम दबाव का क्षेत्र उत्तरी छत्तीसगढ़ पर आ गया है। उत्तर-पश्चिमी राजस्थान से लेकर बंगाल की खाड़ी तक ट्रफ लाइन बनी हुई है, जो उत्तरी छत्तीसगढ़ पर बने कम दबाव के क्षेत्र से होकर गुजर रही है। गुजरात से लेकर केरल तक अपतटीय ट्रफलाइन बनी हुई है। इसके अतिरिक्त गुजरात और उससे लगे अरब सागर पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है।