हिमाचल प्रदेश में मानसून की बारिश (Himachal Monsoon) आफत लेकर आई है। पूरे राज्य में तबाही का मंजर है। हर तरफ पानी और चट्टानों का मलबा नजर आ रहा है। नदियां-नाले उफान पर हैं और करोड़ों की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। जगह-जगह भूस्खलन (Himachal Landslide) से सड़कें बाधित हैं। कई राष्ट्रीय राजमार्ग भी ब्लॉक हो गए हैं। मनाली-चंडीगढ़ हाईवे पिछले 18 घंटों से बंद है।

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ओम धगाल - पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा युवा मोर्चा

ओम धगाल की और से हिंडोली विधानसभा क्षेत्र एवं बूंदी जिले वासियों को रौशनी के त्यौहार दीपावली की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं

कुल्लू-मंडी हाईवे (Kullu-Mandi Highway) पर भी भारी जाम लगा हुआ है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, हाईवे को दोनों ओर 11 किलोमीटर लंबा जाम लगा हुआ है। होटलों में कमरे भी उपलब्ध नहीं हैं। लोगों को ये भी नहीं मालूम की उन्हें और कितना इंतजार करना पड़ेगा।

संबंधित विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सड़कों को बहाल करने के लिए पत्थर विस्फोटकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। बताया गया कि कुल्लू-मंडी हाईवे को खुलने में अभी सात से आठ घंटे का वक्त और लग सकता है।

मंडी में फंसे सैकड़ों यात्री

हिमाचल के मंडी (Mandi) में सैकड़ों यात्री फंसे हुए हैं। मंडी जिला पुलिस के डीएसपी पधर संजीव सूद ने एएनआई को बताया, "पराशर झील (Parashar Lake) के पास मंडी जिले के बागीपुल क्षेत्र में अचानक बाढ़ आ गई है, जिससे मंडी पराशर रोड पर बागीपुल के पास पर्यटकों और स्थानीय लोगों सहित 200 से अधिक लोग फंसे हुए हैं।"

IIT मंडी व पर्यटन स्थल पराशर का संपर्क कटा

मंडी कमांद कटौला, बजौरा मार्ग घोड़ा फार्म के पास भूस्खलन से अवरुद्ध है। मार्ग बंद होने से कई वाहन जगह जगह फंसे हुए हैं। आईआईटी मंडी (IIT Mandi) का संपर्क कटा हुआ है। प्रसिद्ध धार्मिक व पर्यटन स्थल पराशर को जोड़ने वाला मार्ग भी बंद है। बागीनाला के पास रविवार शाम बादल फटने से मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है।

'हम कल शाम से फंसे हैं'

फंसे हुए यात्रियों में एक प्रशान ने एएनआई को बताया, "हम कल शाम से परेशान हैं क्योंकि सड़क बंद होने के कारण ट्रैफिक जाम हो गया है और औट और छह मील में सड़कों के दोनों ओर बड़ी संख्या में वाहन फंसे हुए हैं। चंडीगढ़ से मंडी शहर तक जाम की स्थिति बनी हुई है।"

भारी बारिश और बिजली गिरने का अलर्ट

कांगड़ा, मंडी और सिरमौर जिलों के कई हिस्सों में भी मध्यम से भारी बारिश हुई है। कांगड़ा के धर्मशाला में 106.6 मिमी बारिश हुई. इसके बाद कटौला में 74.5 मिमी, गोहर में 67 मिमी, मंडी में 56.4 मिमी, पोंटा साहिब में 43 मिमी और पालमपुर में 32.2 मिमी बारिश हुई। स्थानीय मौसम कार्यालय ने 27 और 28 जून को अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश, आंधी और बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया है। इसी के साथ, आज छह जिलों चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, शिमला, सिरमौर व मंडी में भारी वर्षा के कारण बाढ़ आने की चेतावनी जारी की गई है।