नई दिल्ली,  बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी नेताओं का जमावड़ा लगा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत 15 दलों के तमाम विपक्षी नेता एकजुट हुए हैं और आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा करेंगे। हालांकि, विपक्ष का चेहरा कौन होगा? इस पर चर्चा नहीं होगी। इस बीच, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने महाबैठक को लेकर तल्ख टिप्पणी की है।

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ओवैसी के तीखे सवाल

ओवैसी ने सवाल पूछा कि पटना में एकजुट हुए तमाम राजनीतिक दलों का ट्रैक रिकॉर्ड क्या है? साथ ही उन्होंने कहा कि उस बैठक में शिवसेना है। क्या वे सेक्युलर हो गए हैं?

एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा कि विपक्षियों की बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री (अरविंद केजरीवाल) हैं। उन्होंने अनुच्छेद 370 को हटाए जाने का भाजपा का समर्थन किया था।

उन्होंने कहा,

उस बैठक में नीतीश कुमार हैं, जो राजग के तरफ से मुख्यमंत्री रहे हैं... हम भी नहीं चाहते के 2024 में देश के प्रधानमंत्री मोदी बने, लेकिन इन पार्टियों का ट्रैक रिकॉर्ड क्या है? कांग्रेस आगे रहना चाहती है, नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनने का ख़्वाब देख रहे हैं।

एकजुटता का संदेश

आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षियों ने एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की। ऐसे में पटना में ममता बनर्जी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान, लालू प्रसाद यादव समेत 15 दलों के नेता मौजूद रहे।