नई दिल्ली, यदि वैश्विक स्थितियों में कोई बदलाव नहीं होता है तो भारतीय तेल कंपनियां अगली तिमाही में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती पर विचार कर सकती हैं। यह बात पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक निजी चैनल के साथ बातचीत में कही। वह उस सवाल का जवाब दे रहे थे, जिसमें उनसे पूछा गया था कि क्या स्थिर तेल कीमतों का लाभ उपभोक्ताओं को मिलेगा।
तेल की खुदरा कीमतों में बदलाव नहीं
हालांकि सूत्रों के मुताबिक पेट्रोल-डीजल पर मार्जिन बढ़ने के बावजूद इनकी खुदरा कीमतों में बदलाव तभी होगा जब तेल कंपनियां पिछले साल हुए घाटे की भरपाई कर लेंगी। सार्वजनिक क्षेत्र की तीनों कंपनियों (आइओसी, बीपीसीएल और एचपीसीएल) ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में दैनिक बदलाव करने पर पिछले साल से ही रोक लगाई हुई है। एक अधिकारी ने कहा कि तेल कंपनियां कम-से-कम एक और तिमाही तक कच्चे तेल की कीमतों पर नजर रखने के बाद ही ईंधन की खुदरा कीमतों में संशोधन पर कोई फैसला करेंगी।
कर्तव्य के प्रति सराहनीय समर्पण
पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने राजस्थान के बाड़मेर में भारी बारिश के बीच एक उपभोक्ता के घर एलपीजी सिलेंडर ले जाने के लिए एक गैस एजेंसी के कर्मचारी की सराहना की है। सराहना करते हुए, पुरी ने ट्वीट किया, “चूल्हा जलता रहेगा, देश बढ़ता रहेगा … ऊर्जा की उपलब्धता सुनिश्चित करना। कर्तव्य के प्रति सराहनीय समर्पण के साथ, भारत के ऊर्जा क्षेत्र के इस निडर सिपाही ने राजस्थान के बाड़मेर में ढोक गांव में एक उपभोक्ता के घर पर इंडेन रिफिल की आपूर्ति करने के लिए बिपारजॉय के प्रभाव का बहादुरी से सामना किया।"
मंत्री द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो में, व्यक्ति को भारी बारिश का सामना करते हुए एक घर में एलपीजी सिलेंडर ले जाते हुए और चक्रवात बिपरजॉय के बीच एक गली में बारिश के पानी से गुजरते हुए देखा जा सकता है।