मुंबई, केंद्र में भाजपा सरकार के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने के लिए पटना में 23 जून को एक बैठक होने जा रही है। इस बीच केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भ्रष्टाचार को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है। मुंबई में मीडिया के साथ बातचीत में ठाकुर ने कहा कि जो विपक्षी दल बिहार जा रहे हैं, उन्हें नीतीश कुमार से वहां चल रहे भ्रष्टाचार के बारे में भी पूछना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह भ्रष्ट दलों का गठबंधन नहीं होना चाहिए, साथ ही उन्हें यह भी बताना चाहिए कि उनके गठबंधन का नेता कौन है।

करोड़ों के पुल पर भी करें सवाल

नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि बिहार जाने वाले विपक्षी नेताओं को नीतीश कुमार से 1,750 करोड़ के पुल के बारे में भी पूछना चाहिए, जो कई बार ताश के पत्तों की तरह ढह चुका है। उन्हें उनसे करोड़ों के एम्बुलेंस घोटाले के बारे में भी पूछना चाहिए साथ ही बिल्डरों द्वारा किए गए घोटाले के बारे में भी पूछना चाहिए।

12 जून को होनी थी बैठक

बता दें, पटना में विपक्ष के नेताओं की बैठक पहले 12 जून को होनी थी, लेकिन पूर्व निर्धारित व्यस्तताओं के कारण राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन ने बैठक में शामिल होने पर असमर्थता जताई। जिसके बाद बैठक को 23 जून के लिए निर्धारित कर दिया गया।

केंद्र के खिलाफ एकजुट होने की तैयारी

साल 2024 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए के खिलाफ संयुक्त मोर्चा बनाने के लिए अब पटना में 23 जून को विपक्ष की बैठक होगी। राहुल गांधी, खड़गे और स्टालिन के अलावा, बैठक में भाग लेने वाले अन्य बड़े विपक्षी नेताओं में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव शामिल हैं।

समय से पहले चुनाव की आशंका!

पिछले हफ्ते, बिहार के मुख्यमंत्री ने एक कार्यक्रम में लोकसभा चुनाव समय से पहले होने की संभावना का संकेत दिया था। नीतीश कुमार ने कहा था कि उन्हें ग्रामीण विकास विभाग की बैठक के दौरान बताया गया था कि जनवरी 2024 तक सभी परियोजनाओं को पूरा कर लिया जाएगा। सीएम ने अधिकारियों से जल्द से जल्द सभी परियोजनाओं को पूरा करने का आग्रह किया, यह कहते हुए कि कोई नहीं जानता कि आम चुनाव कब होंगे। यह समय से पहले आयोजित किया जा सकता है।