*_कलेक्टर ने की जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा समयावधि में कार्य पूर्ण करने के दिए निर्देश_*

पन्ना। कलेक्टर श्री संजय कुमार मिश्र ने गत गुरूवार को कलेक्टर कार्यालय के सभागार में जल जीवन मिशन अंतर्गत जिले में क्रियान्वित कार्यों की समीक्षा की तथा समूह व एकल नल जल परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए निर्धारित समयावधि 30 जून तक अनिवार्यतः लंबित कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिए। अधिकारियों को नियमित रूप से प्रतिदिन कार्य की मॉनिटरिंग कर अवगत कराने के लिए निर्देशित किया।

उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों को नल-जल योजना के हैण्डओवर के पश्चात् जनप्रतिनिधि और अधिकारी सत्यापन का कार्य भी सुनिश्चित करें। इस संबंध में कार्य पूर्णता वाली परियोजनाओं में एक सप्ताह में जरूरी कार्यवाही करने के लिए कहा। जनपद पंचायत सीईओ को डेमेज नल कनेक्शन के सत्यापन और दुरूस्त करवाने के निर्देश दिए। इस मामले में ग्राम पंचायत की जिम्मेदारी तय कर सुरक्षा के दृष्टिगत आवश्यक उपाय अपनाने, पाइपलाइन टूटफूट की शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित करने, योजना के हैण्डओवर के बाद भी प्रमाणीकरण होने तक जिम्मेदारी तय करने सहित पंचनामा तैयार कर ग्राम पंचायत में योजना से संबंधित समस्त डाटा व दस्तावेज सुरक्षित रखने के संबंध में निर्देश दिए।

कलेक्टर श्री मिश्र ने कहा कि 30 जून के बाद कार्य पूर्ण नहीं होने पर संबंधित ठेकेदार से निर्धारित जुर्माना राशि वसूलकर जल उपभोक्ता समिति के खाते में जमा करवाई जाएगी। उन्होंने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को सभी जनपद पंचायत सीईओ के साथ आवश्यक समन्वय के निर्देश देते हुए योजना में निर्मित प्लेटफार्म, वितरण नेटवर्क, पानी टंकी इत्यादि निर्माण कार्यों की जानकारी ली। साथ ही कहा कि योजना में ग्रामीण परिवारों को स्टैण्ड पोस्ट एवं नल कनेक्शन घर के परिसर में ही पाइपलाइन के माध्यम से प्रदान किया जाए। इस बारे में जपं सीईओ सभी ग्राम पंचायत को आवश्यक निर्देश जारी करें। सभी ग्राम पंचायतों में तत्काल गुणवत्ता कार्य का सत्यापन किया जाए।

कलेक्टर ने कहा कि जल जीवन मिशन से संबंधित किसी भी आवश्यक सहयोग के लिए प्रशासन सदैव तत्पर है, लेकिन निर्माण कार्य व कार्य की गुणवत्ता में ठेकेदार की लापरवाही पाए जाने पर ब्लैकलिस्ट कर एफआईआर दर्ज कराने की कार्यवाही की जाएगी। बैठक में उपस्थित सभी ठेकेदारों से कार्य की प्रगति के बारे में जानकारी ली गई। पीएचई विभाग के एसडीओ को कार्य के रिव्यू के संबंध में निर्देशित किया गया। अलग-अलग फर्म के स्थानीय स्तर पर दफ्तर संचालित कर सुचारू रूप से कार्यों के क्रियान्वयन के लिए कहा। बैठक में 30 योजनाओं के पुनरीक्षण का अनुमोदन भी किया गया। जलकर राशि वसूली के संबंध में भी चर्चा हुई। यह कार्य निविदा के माध्यम से कराने पर सहमति बनी। सिंघौरा-2 और पवई-ब्यारमा परियोजना में वन विभाग से आवश्यक समन्वय के संबंध में भी चर्चा की गई।

बैठक में ईई पीएचई महेन्द्र सिंह ने बताया कि वर्तमान में लगभग 58 हजार घरेलू नल कनेक्शन प्रदान किए गए हैं। योजना में 2 लाख 11 हजार से अधिक परिवारों को लाभांवित किया जाएगा। पवई बांध एवं मझगांय जल समूह प्रदाय योजना में 97 प्रतिशत से अधिक कार्य पूर्ण हो चुके हैं। इससे क्रमशः 158 और 118 गांव लाभांवित होंगे, जबकि 144 ग्रामों के लिए पीएचई विभाग द्वारा क्रियान्वित की जा रही एकल ग्राम योजना में 70 प्रतिशत से अधिक कार्य पूर्ण कर लिया गया है।