सूरजमुखी पर एमएसपी को लेकर किसानों की प्रशासन के साथ बातचीत किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है। अब किसानों ने कुरुक्षेत्र में जीटी रोड को जाम कर दिया है।
वहीं, किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हम हाइवे को ब्लॉक नहीं कर रहे हैं, हम तो केवल यहां बैठे हैं। हाइवे जाम करना कोई सही बात नहीं है। उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए ये भी कहा कि भूत और लड़ाई का कुछ नहीं पता कब और कहां मिल जाए।
इससे पहले किसानों ने पिपली में महापंचायत की थी। कई बार कोशिश की गई कि कोई बीच का रास्ता निकाला जाए, लेकिन किसी समाधान तक न पहुंचने की सूरत में किसानों ने सड़क को जाम करने का फैसला किया है।
महापंचायत को संबोधित करते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा सरकार एमएसपी कानून लागू करे और जो किसान नेता सूरजमुखी पर एमएसपी की मांग कर रहे हैं उन्हें रिहा किया जाए। इससे नीचे कोई समझौता नहीं होगा। इससे पहले किसानों और प्रशासन के बीच दो दौर की बैठक में सहमति न बनने पर किसान नेता महापंचायत में शामिल होने के लिए निकले थे।
इस दौरान बजरंग पुनिया ने कहा था कि किसान सिर्फ एमएसपी की मांग कर रहा है। सरकार किसानों की हर बात को नजरअंदाज कर देती है।
उन्होंने कहा था कि अपनी मांगों के लिए किसानों को सड़कों पर आना पड़ता है। जब वह किसानों को सड़कों पर खड़ा देखते हैं तो दुख होता है। उन्होंने कहा हरियाणा के सभी पहलवान खिलाड़ी किसानों के साथ है।
किसानों ने दिया था अल्टीमेटम
किसान महारैली में सुबह ही किसानों की भीड़ जुटने लगी थी। किसानों के तेवर देखते हुए पुलिस ने भी अपनी तैयारियां शुरू करते हुए नाकाबन्दी शुरू कर दी है। मंडी में जुटे किसानों ने सरकार को एक घंटे तक का अल्टीमेटम दिया था।
इसके बाद कहा गया था कि बैठक शुरू कर आगामी रणनीति का एलान किया जाएगा। अल्टीमेटम खत्म होते ही पुलिस उप अधीक्षक रणधीर सिंह किसानों नेताओं से मिलने पहुंचे। उनकी और से मैसेज मिलते की किसान नेताओं और प्रशासन के बीच बातचीत शुरू हो गई।