नार्थ एवेन्यू थाना पुलिस ने एक बुजुर्ग की मौत के बाद साढ़े 17 माह बाद कैब चालक पर कोर्ट के आदेश के बाद एफआइआर दर्ज कर ली है। मामला 15 दिसंबर 2021 का है।

बुजुर्ग दंपति कैब से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन जा रहे थे। इस दौरान बीच रास्ते में चालक ने खराबी की बात कह कर कैब रोक दी। इससे दंपति और कैब चालक के बीच विवाद हुआ।

चालक पर बुजुर्ग दंपती को कैब में बंधक बनाने का है आरोप

आरोप है कि कैब चालक ने पैसा वसूलने के लिए काफी देर तक बुजुर्ग को कैब के अंदर बिठाए रखा और गाली गलौज की। इससे 60 वर्षीय अमर पाल की तबीयत खराब हो गई। पैसे देने के बाद चालक ने उन्हे छोड़ा।

उनकी पत्नी उन्हें पास के राम मनोहर लोहिया अस्पताल लेकर गई, जहां पर डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

दर्ज की गई एफआइआर के अनुसार, 55 वर्षीय मिथिलेश सिंह गुरुद्वारा रोड इलाके में रहती हैं। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया है कि 15 दिसंबर 2021 को रात करीब साढ़े नौ बजे वह अपने पति अमर पाल सिंह के साथ ओला कैब बुक कर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन जा रही थी।

राम मनोहर लोहिया अस्पताल के पास चालक सुरेश राम ने कैब में खराबी आने की बात कह कर कैब रोक दी और कहा कि वह कैब लेकर आगे नहीं जाएगा। चूंकि ट्रेन का समय हो रहा था और उनके पास सामान था ऐसे में दोनों बुजुर्ग परेशान हो गए।

चालक में बुजुर्ग से की गाली-गलौज

चालक ने पूरे पैसों की मांग की और कहा कि पैसे देकर दोनों लोग किसी अन्य साधन से रेलवे स्टेशन जाए। काफी देर तक चालक बुजुर्ग से पैसे वसूलने के लिए गाली गलौज करता रहा। पैसे लिए बिना दोनों को वह कैब से बाहर नहीं निकलने दे रहा था।

इस बीच अमर पाल की तबीयत खराब हो गई। इस पर मिथिलेश ने मदद मांगने के लिए शोर मचाया तो एक आटो चालक वहां पहुंचा।

पीड़ित ने कैब चालक को पैसे दिए तब जाकर उसने दोनों को कैब से बाहर निकाला। इसके बाद वह कैब लेकर वहां से चला गया। आटो चालक की मदद से अमर पाल को राम मनोहर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

पुलिस ने दर्ज नहीं की थी FIR

मामले में पीड़ित पुलिस से शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने तब एफआइआर दर्ज नहीं कि, अब कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने कैब चालक के खिलाफ वसूली करने, मामला दर्ज किया है।