इस्लामाबाद, तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रमुख और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। वहीं, अब पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह ने मंगलवार को कहा कि इमरान खान के खिलाफ सैन्य अदालत में मुकदमा चलाया जाएगा। 9 मई को उनकी गिरफ्तारी के बाद पूरे मुल्क में हिंसा भड़क उठी थी। इसमें आठ लोगों ने अपनी जान गंवाई थी और 290 लोग घायल हो गए थे।
सैन्य अदालत में इमरान के खिलाफ चलेगा मुकदमा
पाकिस्तानी प्रकाशन के साथ एक इंटरव्यू में सनाउल्लाह ने कहा कि इमरान खान के खिलाफ सैन्य अदालत में मुकदमा चलाया जाएगा क्योंकि वह 9 मई को सैन्य प्रतिष्ठानों पर हुए हमले के लिए पूर्ण रूप से जिम्मेदार हैं। सनाउल्लाह ने कहा कि उन्होंने ही सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला करने की योजना बनाई थी और इस दावे को साबित करने के लिए हमारे पास सबूत भी हैं।
'इमरान खान के उकसाने और पहले पर हुई हिंसा'
सनाउल्लाह से पूछा गया कि क्या खान के खिलाफ सैन्य अदालत में मुकदमा चलाया जाएगा? इसके उत्तर में सनाउल्लाह ने कहा, "बिल्कुल, क्यों नहीं? सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के लिए उसने जो कार्यक्रम बनाया और फिर उसे अंजाम दिया, मेरी समझ में यह बिल्कुल सैन्य अदालत का मामला है। आंतरिक मंत्री ने खान पर आरोप लगाया कि सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले की तैयारी इमरान खान की पहल और उकसावे पर की गई थी। मंत्री ने यह भी कहा कि खान इस सारी कलह के सूत्रधार हैं। साथ ही यह भी कहा कि इसके लिए उनके पास पुख्ता सबूत भी हैं।
'गिरफ्तारी से पहले ही तय की हमले की योजना'
सनाउल्लाह के इस दावे पर उनसे पूछा गया कि इमरान तो जेल में थे, तो कैसे इन घटनाओं में उनका हाथ हुआ। सनाउल्लाह ने जवाब दिया कि हमला करने की योजना उनके जेल जाने से पहले तय की गई थी कि कौन क्या करेगा और कहां करेगा और जब उसे गिरफ्तार किया जाएगा तो उसकी रणनीति और कर्तव्य क्या होंगे'। यह सब तय किया गया था। डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, सनाउल्लाह की टिप्पणी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के उस बयान के एक दिन बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि आर्मी एक्ट के तहत इमरान के मुकदमे पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है।
सैन्य प्रतिष्ठानों पर हुआ था हमला
9 मई को पूरे पाकिस्तान में कम से कम आठ लोग मारे गए थे 290 घायल हुए थे। इमरन खान को गिरफ्तार करने पर प्रदर्शनकारियों ने लाहौर में कोर कमांडर के जिन्ना हाउस नामक आवास पर धावा बोल दिया और रावलपिंडी में जनरल मुख्यालय के एक गेट को तोड़ दिया। पंजाब पुलिस ने पहले भी दावा किया था कि इमरान और उनके करीबी सहयोगियों ने कथित तौर पर लाहौर कोर कमांडर के आवास और अन्य इमारतों पर धावा बोलने के प्रयासों का समन्वय किया था।