शहर के नूरपुर बेट इलाके में एक रिटायर्ड एएसआई, उसकी पत्नी और बेटे की हत्या कर दी गई। इसका पता तब चला जब देर रात गांव के सरपंच उनके घर गए। उन्होंने ही पुलिस को ट्रिपल मर्डर की सूचना दी। हत्या के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। फिलहाल पुलिस इसे रंजिश का मामला मानकर चल रही है।
तीनों के गले पर बने थे गहरे घाव
65 वर्षीय रिटायर्ड एएसआई कुलदीप सिंह, उनकी 63 वर्षीय पत्नी परमजीत कौर का शव एक साथ और 32 वर्षीय बेटे गुरविंदर सिंह का शव अलग कमरे में मिला। उनके गले पर गहरे घाव बने हुए हैं। ऐसा लगा रहा था मानों किसी ने बड़े तेजधार हथियार से उनके गले पर कई वार किए हों।
बेदर्दी से किया कत्ल
घाव के निशान देखकर लग रहा था कि कातिलों ने बड़ी ही बेदर्दी से उनका कत्ल किया है। उनके घर का सामान भी बिखरा हुआ था। सूचना मिलने के बाद देर रात को एडीसीपी समीर वर्मा और थाना लाडोवाल से इंस्पेक्टर जगदेव सिंह के साथ अन्य वरिष्ठ अधिकारी व फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची।
कोठी गांव से बाहरी इलाके में है
बताया जा रहा है कि कुलदीप सिंह के बेटे गुरविंदर सिंह की पत्नी स्टाफ नर्स है। वह कुछ दिन पहले ही अपने मायके गई थी। उनकी कोठी गांव से थोड़ा बाहरी इलाके में है। कुलदीप सिंह की एक बेटी भी है, जो कि विवाहित है। वही सुबह से उन्हें लगातार फोन कर रही थी, मगर कोई भी फोन नहीं उठा रहा था।
बेटी के कहने पर ही सरपंच उनके घर गए थे। देर रात वहां पहुंचकर उन्होंने देखा कि फर्श पर खून बिखरा हुआ है और तीनों के शव दो अलग-अलग कमरों में पड़े हुए थे।
सरपंच ने तुरंत इसकी जानकारी थाना लडोवाल की पुलिस और मृतक की बेटी को दी गई। सूचना मिलने पर एडीसीपी समीर वर्मा और थाना लाडो वालों से इंस्पेक्टर जगदेव सिंह मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू की। पुलिस की तरफ से फोरेंसिक एक्सपर्ट टीम के सहयोग से सबूत जुटाने के बाद शवों को सिविल अस्पताल पहुंचाया गया है।
कोई कीमती सामान गायब नहीं
जांच में सामने आया है कि घर से ज्यादातर कीमती सामान जैसे कि कैश, मोबाइल, लैपटॉप आदि था, लेकिन कातिल इनमें से कुछ भी नहीं ले गया। इससे जाहिर हो रहा का कत्ल रंजिश में किया गया है।
आखिरी बार शनिवार रात आठ बजे हुई थी बात
जगदीप सिंह एएसआई की पत्नी परमजीत कौर के भतीजे जगदीप सिंह ने पुलिस को बताया कि उसकी शनिवार देर रेत आठ बजे उनसे बात हुई थी। उसके बाद से किसी ने फोन नहीं उठाया है। इससे जाहिर है कि कत्ल शनिवार रात आठ बजे से लेकर रविवार सुबह करीब दस बजे से पहले हुआ है, क्योंकि मृतक की बेटी उन्हें सुबह से ही लगातार फोन कर रही थी।