नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। अमेरिकी कंपनी मेटा के स्वामित्व वाली व्हाट्सऐप पर रूस की ओर से प्रतिबंधित कंटेंट को प्लेटफॉर्म न हटाने को लेकर 4 मिलियन रूबल (करीब 41,42,000 रुपये) का जुर्माना लगाया है। ये जुर्माना मॉस्को कोर्ट द्वारा कंपनी पर लगाया गया है।

यूक्रेन से युद्ध के बाद व्हाट्सऐप की पेरेंट कंपनी मेटा प्लेटफॉर्म आईएनसी को रूस की ओर से एक्सट्रीमिस्ट ऑर्गेनाइजेशन करार दिया गया और इस पर बैन लगा दिया गया। हालांकि, रूस में पॉपुलर होने के कारण व्हाट्सऐप पर रूस के द्वारा बैन नहीं लगाया गया था। अब रूस की ओर से इस पॉपुलर मैसेजिंग ऐप पर कार्रवाई की गई है।

रूस ने क्यों की कार्रवाई?

रूस की सरकारी न्यूज एजेंसी आरआईए की एक रिपोर्ट में कहा गया कि प्रतिबंधित कटेंट पर अपने प्लेटफॉर्म से हटाने में विफल रहने को लेकर व्हाट्सऐप पर जुर्माना लगाया गया है। मॉस्को कोर्ट में व्हाट्सऐप के खिलाफ केस रूसी नियामक Roskomnadzor की ओर से दायर किया गया था।

किन अमेरिकी कंपनियों पर हो चुकी है कार्रवाही?

रूस की ओर से यूक्रेन में मिलिट्री कैंपेन शुरू किए जाने के बाद अमेरिकी कंपनियों को लेकर सख्त रुख अपनाया जा रहा है। अब तक रूस गूगल, विकिपिडिया और डिस्कॉट पर कार्रवाई कर चुका है।

व्हाट्सऐप में बदलाव की तैयारी

व्हाट्सऐप अपने एंड्रायइड ऐप के मैसेज मेन्यू में बड़े बदलाव करने जा रहा है। आईओएस में भी बदलाव की तैयारी है। आने वाले नए मेन्यू में पांच विकल्प यूजर्स को दिए जाएंगे। ये डिलीट, फॉरवर्ड, रिप्लाई, कीप और इंफो होगा।

इसके अलावा व्हाट्सऐप पर एडिट मैसेज, डिसअपीयरिंग मैसेज के लिए नए ड्यूरेशन, चैट और ग्रुप के भीतर मैसेज पिन करना, व्यू वन्स ऑडियो फीचर और ऑडियो फीचर्स जैसे नए फीचर्स जल्द यूजर्स को देखने को मिलेंगे।