गुनौर : पटना तमोली खरीदी केंद्र अंतर्गत कृषि उपज मंडी सलेहा प्रांगण में गेहूं, चना एवं मसूर की खरीदी के कार्य विगत दिनों से किया जा रहा है, जहां पर बुनियादी सुविधाओं का अभाव है वहीं दूसरी ओर खरीदी केंद्र में समिति प्रबंधक एवं उसके सहयोगी कर्मचारियों द्वारा किसानों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है, किसानों से पैसे लेने के भी आरोप खरीदी केंद्र प्रबंधन के ऊपर लगाए गए हैं ।बताया जाता है कि प्रत्येक किसान से 200 रूपए क्विंटल के अनुसार अतिरिक्त राशि भी ली जाती है, और फसल की तुलाई अधिक मात्रा में की जाती है, कृषक गोमती शर्मा द्वारा बताया गया कि खरीदी केंद्र में व्यापारियों से चना खरीदा जाता है और वही चना मंडी में लाकर तुलाई की जाती और ऐसे बहुत से व्यापारी हैं, जिनकी साठगांठ से यहां पर चना की तुलाई का अवैध कारोबार चल रहा है। किसानों ने यहां तक आरोप लगाए हैं कि मंडी प्रबंधन ही खुद व्यापारी बना हुआ है वह बाजार से कम कीमत पर चना खरीद कर लाता है और अपने परिचित किसानों के खाते में उस चना की तुलाई की जाती हैं और किसान जो अपने नंबर का इंतजार भीषण गर्मी में करते रहते हैं ।लेकिन उनकी तुलाई नहीं होती जो किसान अतिरिक्त पैसा देते हैं उन किसानों की तुलाई शीघ्र हो जाती है इस तरह से खरीदी केंद्र में व्यापारियों तथा दलालों का अड्डा बना हुआ है। जिससे आम किसान काफी प्रभावित है इस संबंध की जानकारी स्थानीय पटवारी स्तर पर दी गई जिस पर पटवारी द्वारा कहा गया कि मैंने इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दे दी गई है।

  सलेहा खरीदी केंद्र में इस तरह की अनियमितताएं हो रही हैं एवं खरीदी केंद्र से संबंधित एक आडियो भी वायरल हो रहा है जिस पर सीधा-सीधा व्यापारी द्वारा खरीदी प्रबंधन पर पैसे लेने के आरोप लगाते हुए सुनाई दे रहा है ,और उस ऑडियो में यह भी जिक्र किया गया है कि जो व्यापारी प्रबंधन को अधिक पैसा देता है उसका चाहे माल खराब हो या अच्छा उसकी तुलाई पहले होती है और किसानों को टालमटोल कर उन पर दबाव बनाकर पैसा लिया जाता है। ऑडियो में कितनी सच्चाई है यह प्रशासन के जांच का विषय बना हुआ है। समाचार पत्र इस ऑडियो की पुष्टि नहीं करता।