नई दिल्ली, कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा को कांग्रेस के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा। इस चुनाव में कांग्रेस ने 135 सीटों पर जीत दर्ज कर पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की तो भाजपा महज 66 सीटों पर सिमट कर रह गई।
खरगे का दावा, भाजपा मुक्त हुआ दक्षिण भारत
भाजपा दक्षिण भारत में केवल कर्नाटक में ही सत्ता में थी, लेकिन इस बार उसे यहां भी हार का सामना करना पड़ा। इस पर तंज कसते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि भाजपा 'कांग्रेस मुक्त भारत' की बात करती थी, लेकिन हकीकत यह है कि अब 'भाजपा मुक्त दक्षिण भारत' हो गया। खरगे के बयान में कितनी सच्चाई है। आइए, जानते हैं...
दक्षिण भारत के राज्य
- कर्नाटक
- केरल
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
दक्षिण भारत के किस राज्य में किसकी सरकार
दक्षिण भारत के केरल में माकपा के नेतृत्व वाले वाम लोकतांत्रिक मोर्चा यानी एलडीएफ की सरकार है और पिनाराई विजयन मुख्यमंत्री हैं। तमिलनाडु में वाई एस आर कांग्रेस की सरकार है और वाई एस जगनमोहन रेड्डी सीएम हैं। तमिलनाडु में डीएमके और कांग्रेस गठबंधन की सरकार है और एम के स्टालिन मुख्यमंत्री हैं। तेलंगाना में बीआरएस की सरकार है और के. चंद्रशेखर राव सीएम हैं। कर्नाटक में मुख्यमंत्री का एलान होना अभी बाकी है।
दक्षिण भारत में विधानसभा सीटें
- कर्नाटक- 224
- केरल- 140
- तमिलनाडु- 234
- आंध्र प्रदेश -175
- तेलंगाना - 119
दक्षिण भारत में विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस का प्रदर्शन
दक्षिण भारत में कर्नाटक के अलावा अन्य चार राज्यों में भाजपा का प्रदर्शन बेहद ही निराशाजनक रहा है। कर्नाटक में जहां पार्टी को 66 सीटों पर जीत मिली है, वहीं केरल और आंध्र प्रदेश में खाता भी नहीं खुल सका। इसके अलावा, तमिलनाडु में चार और तेलंगाना में महज एक सीट से पार्टी को संतोष करना पड़ा है।
दक्षिण भारत में भाजपा और कांग्रेस का प्रदर्शन
- कर्नाटक में लोकसभा की 28, राज्यसभा की 12 और विधानसभा की 224 सीटें हैं, जिनमें से भाजपा को 25 लोकसभा, छह राज्यसभा और 65 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल हुई है। वहीं, कांग्रेस ने एक लोकसभा, पांच राज्यसभा और 135 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की है।
- तेलंगाना में 17 लोकसभा, सात राज्यसभा और 119 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से भाजपा को चार लोकसभा और एक विधानसभा सीट पर जीत हासिल हुई है। वहीं, कांग्रेस ने 19 विधानसभा सीटों और एक लोकसभा सीट पर जीत हासिल की है। राज्यसभा में यहां से दोनों पार्टियों का कोई भी सांसद नहीं है।
- तमिलनाडु में 39 लोकसभा, 18 राज्यसभा और 234 विधानसभी सीटें हैं, जिनमें से भाजपा को केवल चार विधानसभा सीटों पर जीत हासिल हुई है। वहीं, कांग्रेस ने आठ लोकसभा, 18 विधानसभा और एक राज्यसभा सीट पर जीत दर्ज की है।
- आंध्र प्रदेश में 25 लोकसभा, 11 राज्यसभा और 175 विधानसभा सीटें हैं। इनमें से भाजपा को सिर्फ एक राज्यसभा सीट पर जीत हासिल हुई है, जबकि कांग्रेस को निराशा हाथ लगी है।
- केरल में 20 लोकसभा, नौ राज्यसभा और 140 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें कांग्रेस को 14 लोकसभा, 21 विधानसभा और एक राज्यसभा सीट पर जीत हासिल हुई है। वहीं, भाजपा का खाता नहीं खुल सका। पार्टी का यहां से कोई सांसद-विधायक नहीं हैं।