नई दिल्ली,  सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एमआर शाह सोमवार को रिटायर हो रहे हैं। हालांकि, अदालत में आखिरी दिन वे काफी भावुक हो गए और उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्त होने वाले व्यक्ति नहीं हैं और वह जीवन में एक नई पारी की शुरुआत करेंगे।

भावुक होकर गुनगुनाया राज कपूर का गाना

जस्टिस शाह ने अपने भाषण के आखिरी में दिग्गज अभिनेता राज कपूर का फेमस गाना "जीना यहां, मरना यहां" की पंक्तियां भी गुनगुनाईं। जस्टिस शाह ने कहा कि मैं सेवानिवृत्त होने वाला व्यक्ति नहीं हूं और मैं अपने जीवन की एक नई पारी शुरू करने जा रहा हूं।

मैं ईश्वर से प्रार्थना कर रहा हूं कि वे मुझे नई पारी खेलने के लिए शक्ति और साहस और अच्छा स्वास्थ्य प्रदान करेंगे। उन्होंने आगे भावुक होकर राजकपूर का गाना गुनगुनाया 'कल खेल में हम हो ना हो, गर्दिश में तारे रहेंगे सदा..."

2 नवंबर, 2018 को शीर्ष अदालत में नियुक्त किए गए जस्टिस शाह की सेवानिवृत्ति के साथ, शीर्ष अदालत में न्यायाधीशों की संख्या अब चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया सहित 32 हो जाएगी।

चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने तारीफ में पढ़े कसीदे

इस दौरान चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि जब में ASG था तब से जस्टिस शाह को जानता हूं। सुप्रीम कोर्ट में आने के बाद हमारी दोस्ती और गहरी होती गई। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि पीठ में सभी प्रकार के मामलों को हमने साथ मिलकर पूरा किया। साथ ही वे काम के लिए हमेशा ही तात्पर्य रहे हैं। सीजेआई ने कहा कि कोरोना काल में हम अपने चैंबर में बैठा करते थे। मैं जस्टिस को जजमेंट भेजता था तो बिना देरी के रात में उनकी तरफ से नोट वापस आ जाता था।

कौन हैं जस्टिस एमआर शाह?

जस्टिस मुकेशकुमार रसिकभाई शाह का जन्म 16 मई, 1958 को हुआ था और उन्होंने 19 जुलाई, 1982 को एक वकील के रूप में नामांकन करावाया। उन्होंने गुजरात उच्च न्यायालय में भूमि, संवैधानिक और शिक्षा मामलों में विशेषज्ञता हासिल की है।

7 मार्च, 2004 को उन्हें गुजरात उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया और 22 जून, 2005 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया। उन्हें 12 अगस्त, 2018 को पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। फिर 2 नवंबर, 2018 को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया और अब 15 मई, 2023 को वे सेवानिवृत्त हो रहे हैं।