नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। केंद्र सरकार की ओर से अप्रैल के थोक महंगाई (WPI) के आंकड़े जारी कर दिए गए हैं। अप्रैल में थोक महंगाई -0.92 प्रतिशत दर्ज की गई है जो कि मार्च में 1.34 प्रतिशत थी। जुलाई 2020 के बाद यह पहला मौका है जब थोक महंगाई नकारात्मक स्तर पर पहुंच गई है।
इन वस्तुओं की कीमत हुई कम
खाद्य उत्पादों पर महंगाई मासिक आधार पर 5.48 प्रतिशत से घटकर 3.54 प्रतिशत पर आ गई है। मैन्युफैक्चरिंग प्रोडक्ट्स पर महंगाई मासिक स्तर पर -0.77 प्रतिशत से घटकर -2.42 प्रतिशत पर पहुंच गई है।
इसके अलावा सब्जियों पर महंगाई अप्रैल में -1.50 प्रतिशत पर रही है, जो कि मार्च में -2.22 प्रतिशत थी। अंडे, मीट और मछ्ली में थोक महंगाई अप्रैल में 0.77 प्रतिशत रही है, जो पिछले महीने 1.36 प्रतिशत पर थी। अप्रैल में प्याज पर थोक महंगाई -18.41 प्रतिशत रही थी, जो कि मार्च में -36.83 प्रतिशत थी। ईंधन पर महंगाई घटकर 0.93 प्रतिशत पर आय गई है, जो पिछले महीने 8.96 प्रतिशत थी।
वहीं, आलू पर अप्रैल में महंगाई घटकर -18.66 प्रतिशत और प्राइमरी आर्टिकल पर महंगाई घटकर 1.60 प्रतिशत पर आ गई।
कॉमर्स और इंडस्ट्री मिनिस्ट्री की ओर से जारी किए गए बयान के मुताबिक मेटल, फूड प्रोडक्ट, मिनरल ऑयल, टेक्सटाइल, प्लास्टिक प्रोडक्ट, केमिकल, रबर प्रोडक्ट और पेपर प्रोडक्ड में महंगाई में कमी आई है।
रिटेल महंगाई 5 प्रतिशत के नीचे
इससे पहले सरकार द्वारा रिटेव महंगाई के आंकड़े जारी किए गए थे, जिसमें रिटेल महंगाई (CPI) 4.7 प्रतिशत पर आ गई है। इससे पहले मार्च में ये 5.66 प्रतिशत पर थी। मार्च के अप्रैल दूसरा महीना था, जब महंगाई दर में बढ़त में आरबीआई की ओर से तय की गई सीमा 6.00 प्रतिशत के नीच रही है।