नई दिल्ली/भुवनेश्वर : ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने के बाद 'थर्ड फ्रंट' बनने की किसी भी संभावना से साफ इनकार किया है। सीएम नवीन पटनायक की यह टिप्पणी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मिशन विपक्षी एकता के लिए बड़ा झटका बताई जा रही है।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी से मिलने के लिए दिल्ली पहुंचे। इस दौरान उन्होंने साल 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए कुछ नेताओं द्वारा विपक्षी दलों को एकजुट करने की पहल पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि नहीं, ऐसी कोई संभावना नहीं है। जहां तक मेरा सवाल है तो अभी ऐसा कोई तीसरा मोर्चा नहीं बन रहा है।
ओडिशा के विकास के मुद्दों पर हुई चर्चा
उन्होंने आगे कहा,''मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ओडिशा के विकास कार्यों के सिलसिले में मुलाकात की है और विकास से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की। मैंने पीएम मोदी से श्री जगन्नाथ अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के बारे में बात की, जिसे हम पुरी में स्थापित करना चाहते हैं। भुवनेश्वर में अभी काफी ट्रैफिक हो रहा है, तो हम वहां का विस्तार करना चाहते हैं। ओडिशा के विकास के लिए मैंने जो मांग की है, उनको लेकर प्रधानमंत्री ने मदद करने का आश्वासन दिया है।''
नीतीश से मुलाकात को बताया-शिष्टाचार
नीतीश कुमार से मंगलवार को हुई मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर पटनायक ने कहा कि वह शिष्टाचार मुलाकात थी। बता दें कि नीतीश कुमार 2024 के लोकसभा चुनाव में सभी विपक्षी पार्टियों को भाजपा के खिलाफ एकजुट करने के लिए अलग-अलग पार्टियों के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। हालांकि, मंगलवार को नीतीश ने पटनायक से मुलाकात के बाद कहा था कि उनकी कोई राजनीतिक मंशा नहीं थी। उनके पटनायक से पुराने रिश्ते हैं। हमारे बीच इतना आपसी सम्मान है कि हमको राजनीति की चिंता करने की जरूरत नहीं है।
इसके बाद पटनायक ने कहा था कि उनकी नीतीश के साथ गठबंधन को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है। हमारी दोस्ती पुरानी है और हम काफी समय तक सहयोगी दल के रूप में कार्य कर चुके हैं। आज किसी भी गठबंधन पर कोई चर्चा नहीं हुई। पुरी में बिहार सरकार को बिहार भवन बनाने के लिए मुफ्त में जमीन दी जा रही है।