महावीर यादव, बादशाहपुर। गुरुग्राम के सेक्टर-52 में एक नामी अस्पताल के आसपास लोगों को कैंसर के नकली इंजेक्शन बेचने के आरोप में मुख्यमंत्री उड़नदस्ता और ड्रग्स विभाग की टीम ने मास्टरमाइंड कनिष्क राजकुमार को नोएडा के सेक्टर 62 से गिरफ्तार किया है।

आरोपित को अदालत में पेश कर रिमांड पर लेने की तैयारियां चल रही है। रिमांड पर पूछताछ से इस मामले में अन्य जानकारी का पर्दाफाश होने की उम्मीद है। पुलिस इस मामले से जुड़े अन्य लोगों की संलिप्तता का भी पता लगा रही है।

ढाई लाख में बिक रहा था नकली इंजेक्शन

21 अप्रैल को मुख्यमंत्री उड़न दस्ता व ड्रग्स विभाग की संयुक्त टीम ने सेक्टर-52 में कैंसर के नकली इंजेक्शन बेचने पर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। उड़न दस्ता को सूचना मिली कि एक नामी अस्पताल के सामने सेक्टर 52 गुरुग्राम में एक कैंसर पीड़ित मरीज के लिए ढाई लाख रुपए में कैंसर का नकली इंजेक्शन सप्लाई किया जायेगा। जिस पर टीम मौके पर पंहुची तो सूचना सही थी।

जहां पर इंजेक्शन सप्लाई करने वाले संदीप भुई को कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होने वाले डेफीब्रोटाइड इंजेक्शन के साथ पकड़ा। संदीप दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में किराए पर मकान लेकर रहता है और कोलकाता का मूल निवासी है।

संदीप ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह मोतीउर रहमान अंसारी के लिए काम करता है। 28 अप्रैल को मुख्य आरोपित मोतीउर रहमान अन्सारी ने ड्रग्स विभाग की टीम के सामने सरेंडर किया। उसने बताया कि उसके पास दवाइयों को खरीदने व बेचने की कोई कंपनी नहीं है। 40 इंजेक्शन कनिष्क राजकुमार से 4 बार में मंगवाये थे। आरोपित मोतीउर रहमान अन्सारी की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। आरोपी संदीप भुई व मोतीउर रहमान अंसारी जिला जेल भोंडसी में बंद हैं।

बुधवार को कनिष्क राजकुमार को मुख्यमंत्री उड़न दस्ता, ड्रग्स विभाग व अपराध शाखा की संयुक्त टीम के द्वारा सेक्टर-62 नोयडा से गिरफ्तार किया गया। कनिष्क राजकुमार को पूछताछ के लिए अदालत में पेश कर रिमांड पर लेने की तैयारी की जा रही है। इस मामले में संलिप्त अन्य लोगों की भी पूछताछ में जानकारी पुलिस जुटाने की तैयारी कर रही है। कैंसर के नकली इंजेक्शन बेचने के मामले में अन्य लोगों के तार भी जुड़े होने की संभावना है।